A critical illness diagnosis in itself is a big blow for even the strongest of us, it could be even more harrowing if you don’t have enough funds or savings to manage yourself and your family during such testing times. Stay prepared for such emergencies by staying a step ahead by investing in critical illness insurance. Critical illness insurance provides coverage for life-threatening medical conditions such as cancer, heart attack, kidney failure, paralysis, and more. It ensures that your savings remain intact if you are diagnosed with an illness requiring extensive treatment and a long recovery. Ideally, with critical illness insurance, you receive a lump sum payout upon the diagnosis of a covered illness, helping you manage expenses beyond just medical needs.
You can add critical illness coverage to your existing health insurance plan or purchase it separately. HDFC ERGO’s Critical Illness Insurance covers major critical illnesses at affordable premiums providing better coverage and assisting you during difficult times.
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस होने से आपको अपने स्वास्थ्य और खुशहाली को सुरक्षित करने में अतिरिक्त लाभ मिलेगा. इसके कुछ लाभ यहां दिए गए हैं.
जितनी बड़ी हेल्थ कवरेज, उतना कम तनाव और अपने क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस के साथ हम यही ऑफर करते हैं - एक ही प्लान में कई बीमारियों के लिए कवरेज.
आपको अतिरिक्त चिंता से बचाने और मेडिकल बिल के अलावा आपकी अन्य फाइनेंशियल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए, हमारा क्रिटिकल इलनेस कवर आपको सम इंश्योर्ड का भुगतान एक ही ट्रांजैक्शन में कर देता है.
हम दो विस्तृत प्लान प्रदान कर रहे हैं. अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सबसे अच्छा प्लान खोजें. आपके क्रिटिकल इलनेस कवरेज के लिए सम इंश्योर्ड कितना होना चाहिए, इसका निर्णय आप अपनी ज़रूरतों या स्वास्थ्य आवश्यकताओं के आधार पर कर सकते हैं.
ये प्लान आसान रिन्यूअल के विकल्प के साथ एक या दो वर्ष की अवधि के लिए उपलब्ध हैं. अपनी ज़रूरतों के आधार पर आप वार्षिक रिन्यूअल या मल्टी-इयर पॉलिसी का विकल्प चुन सकते हैं.
क्रिटिकल इलनेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी न केवल आपके मेडिकल खर्चों को कवर करती है बल्कि टैक्स लाभ भी प्रदान करती है ताकि आप इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 80D के तहत ₹1 लाख*** तक की बचत कर सकें. यह आपके फाइनेंस की प्लानिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
खुद के लिए एक क्रिटिकल इलनेस कवर लेकर, आप इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 80D के तहत मेडिकल इंश्योरेंस प्रीमियम के लिए, हर बजट वर्ष में ₹25,000 तक की कटौती प्राप्त कर सकते हैं.
आप इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80D के तहत वार्षिक रूप से प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप पर टैक्स लाभ भी क्लेम कर सकते हैं. आप प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप के लिए प्रत्येक बजट वर्ष में ₹ 5,000 तक का क्लेम कर सकते हैं.
अगर आप माता-पिता के लिए मेडिकल इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान कर रहे हैं, तो आप हर बजट वर्ष ₹25,000 तक की अतिरिक्त टैक्स कटौती का भी क्लेम कर सकते हैं. अगर आपके माता-पिता या उनमें से कोई एक सीनियर सिटीज़न है, तो यह लिमिट ₹30,000 तक हो सकती है.
कृपया ध्यान दें कि उपरोक्त लाभ देश में प्रचलित वर्तमान टैक्स कानूनों के अनुसार हैं. आपके टैक्स लाभ टैक्स कानूनों के हिसाब से बदल सकते हैं. इसे आपके टैक्स कंसल्टेंट के साथ दोबारा कन्फर्म करने की सलाह दी जाती है. यह आपके हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम वैल्यू से अलग है.
अगर आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस है, तो क्या फिर भी आपको क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस में इन्वेस्ट करना चाहिए? क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस में इन्वेस्ट करने का निर्णय लेते समय यह प्रश्न अक्सर मन में आता है. आपको समझना होगा कि ये दो अलग प्लान हैं और इनके लाभ भी अलग-अलग ही हैं. हेल्थ इंश्योरेंस कैशलेस हॉस्पिटलाइज़ेशन सुनिश्चित करता है और प्लान में दिए गए मेडिकल खर्चों और अन्य संबंधित लागतों को कवर करता है, वहीं क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस में हॉस्पिटलाइज़ेशन की लागत के अलावा अतिरिक्त खर्चों को पूरा करने के लिए एकमुश्त भुगतान प्रदान किया जाता है. इसके अलावा, हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में सभी बीमारियों को कवर नहीं किया जाता और विशेष बीमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि आमतौर पर लंबी होती है. दूसरी ओर, क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस गंभीर बीमारियों को कवर करता है और ठीक होने की प्रक्रिया के दौरान आपके बैंक बैलेंस को समाप्त किए बिना फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करता है.
विशेषताएं | हेल्थ इंश्योरेंस प्लान | क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्लान |
कवरेज | यह दुर्घटनाओं, बीमारियों, पहले से मौजूद बीमारियों आदि जैसी विभिन्न घटनाओं के लिए कवरेज प्रदान करता है. | सीमित संख्या में गंभीर बीमारियों के लिए ही कवरेज प्रदान करता है. कवर की गई ऐसी बीमारियों की संख्या इंश्योरेंस कंपनी पर निर्भर करती है. |
लाभ | कैशलेस ट्रीटमेंट, अतिरिक्त कवरेज के विकल्प, परिवार के कई सदस्यों के लिए कवरेज आदि प्रदान किए जाते हैं. | पॉलिसीधारक में किसी निर्दिष्ट गंभीर बीमारी का पता चलने के बाद, कवरेज राशि का भुगतान किया जाता है. |
प्रीमियम | यह इंश्योरेंस कंपनी, प्रदान किए गए कवरेज; कवर किए गए सदस्यों और पॉलिसी के सम इंश्योर्ड की राशि पर निर्भर करता है. | इंश्योरेंस कंपनी, कवर की गई बीमारियों की संख्या और पॉलिसी के सम अश्योर्ड पर निर्भर करता है. |
सर्वाइवल अवधि | NA | यह वह समय अवधि है, जिस तक पॉलिसीधारक को डायग्नोसिस की तिथि के बाद जीवित रहना चाहिए. यह पॉलिसी के अनुसार 14 से 30 तक हो सकती है. |
हमारे क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्लान का मुख्य उद्देश्य आपकी फाइनेंशियल सुरक्षा है. क्योंकि इंश्योरेंस हॉस्पिटल के बिल्स भर देगा, इसलिए आपके उपचार का आपकी कड़ी मेहनत से जमा की गई बचत पर बहुत कम या बिल्कुल भी प्रभाव नहीं पड़ेगा.
आपको बेहतरीन सुविधा वाले हॉस्पिटल में मेडिकल खर्चों के भुगतान की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. अगर आपके रेगुलर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में कुछ टेस्ट या डायग्नोस्टिक्स शामिल नहीं हैं, जो आपके इलाज का एक आवश्यक हिस्सा हैं, तो आप उन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सम इंश्योर्ड का उपयोग कर सकते हैं.
हम पॉलिसी डॉक्यूमेंट प्राप्त होने की तिथि से 15 दिनों तक फ्री लुक पीरियड प्रदान करते हैं. इस अवधि के दौरान आप अपनी क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस पॉलिसी की विशेषताओं और लाभों को देखकर यह चेक कर सकते हैं कि क्या यह आपकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करती है या आपको कोई और ऐड-ऑन फीचर्स भी खरीदने होंगे.
क्रिटिकल इंश्योरेंस कवर लेने के लिए आपको कोई भी मेडिकल टेस्ट नहीं करवाना होगा. आप किसी भी समय अपने फाइनेंस की सुरक्षा के लिए यह इंश्योरेंस कवर ले सकते हैं, खासतौर पर तब जब आपके परिवार में पहले किसी को कोई गंभीर बीमारी हुई है, तो आपको जल्द से जल्द इसे खरीदना चाहिए.
क्रिटिकल इलनेस कवर को लेने से आपको टैक्स लाभ भी मिलेगा और आप बचाएंगे ^^₹. 50,000. चाहे कुछ भी बचत हो, हमेशा ही अच्छी लगती है.
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस में लाइफटाइम रिन्यूएबिलिटी दी जाती है, यह सुविधा किसी अन्य हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में नहीं है, यानी पॉलिसी को रिन्यू करते समय कोई आयु सीमा नहीं होती. तो समय पर रिन्यू करने के बाद आप बेफिक्र हो सकते हैं कि एमरजेंसी की स्थिति में, आपके खर्चों का खयाल रखा जाएगा.
एडवेंचर स्पोर्ट्स आकर्षक होते हैं, लेकिन अगर आपका एक्सीडेंट हो जाए, तो ये खतरनाक भी हो सकते हैं. हमारी पॉलिसी एडवेंचर स्पोर्ट्स में भाग लेते समय हुई दुर्घटनाओं को कवर नहीं करती है.
आप अपने आप को चोट पहुंचा सकते हैं, लेकिन हम कभी नहीं चाहेंगे कि आपको चोट पहुंचे. हमारी पॉलिसी स्वयं द्वारा लगाई गई चोटों को कवर नहीं करती है.
युद्ध विनाशकारी और दुर्भाग्यपूर्ण होते हैं. लेकिन, हमारी पॉलिसी युद्ध के कारण होने वाले किसी भी क्लेम को कवर नहीं करती.
हमारी पॉलिसी डिफेन्स (सेना/नेवी/एयर फोर्स) ऑपरेशन में भाग लेते समय हुई दुर्घटनाओं को कवर नहीं करती है.
हम आपकी बीमारी की गंभीरता को समझते हैं. हालांकि, हमारी पॉलिसी यौन रोगों या यौन संबंधों से संचारित होने वाले रोगों को कवर नहीं करती है.
मोटापे के उपचार या कॉस्मेटिक सर्जरी को आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर नहीं किया जाता है.
आप एचडीएफसी एर्गो द्वारा प्रदान किए जाने वाले निम्नलिखित 3 प्लान में से चुन सकते हैं
यह एक बेसिक प्लान है जो कैंसर, हार्ट अटैक, किडनी फेलियर सहित आठ प्रमुख बीमारियों के लिए कवरेज देता है.
यह सिल्वर प्लान में अपग्रेड है और ग्यारह प्रमुख जानलेवा बीमारियों के लिए कवरेज प्रदान करता है, जैसे पैरालिसिस, हार्ट वाल्व रिप्लेसमेंट और सिल्वर प्लान में शामिल सभी बीमारियां.
यह एचडीएफसी एर्गो द्वारा प्रदान किया जाने वाला प्रीमियम प्लान है, जिसमें ^15 प्रमुख बीमारियों को कवर किया जाता है ताकि आप फाइनेंशियल रूप से सुरक्षित रहें और अपने घर की सुविधा में आराम से ठीक हो सकें.
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस लेने के बारे में सोच रहें हैं, तो आपको थोड़ा सा व्यवहारिक होकर सोचना चाहिए. आपको अपने परिवार की संरचना, अपनी आयु और आपके आश्रितों, विशेष रूप से वृद्ध माता-पिता को ध्यान में रखना चाहिए. अगर सीनियर सिटीज़न और परिवार आपके ऊपर आश्रित हैं, तो आपको अचानक से होने वाली हेल्थकेयर समस्याओं, जैसे हार्ट अटैक, कैंसर आदि के लिए अतिरिक्त कवरेज की आवश्यकता होगी. परेशानी के समय में क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी आपके प्रियजनों के लिए एक सुरक्षा कवच होगी और आपकी फाइनेंशियल बचत पर कोई बोझ भी नहीं पड़ेगा.
आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति यह निर्धारित करने में महत्त्वपूर्ण साबित हो सकती है कि आपको क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी खरीदनी चाहिए या नहीं. नियमित धूम्रपान करने वाले, अधिक तनाव वाली नौकरी करने वाले लोगों को भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का जोखिम अधिक होता है. इसके अलावा, यदि आपके परिवार में पहले किसी को कोई गंभीर बीमारी रही है, तो आपको अपने फाइनेंस की सुरक्षा करने के लिए क्रिटिकल इंश्योरेंस कवर लेना चाहिए. इसलिए, हमेशा जल्दी प्लान खरीदने की सलाह दी जाती है, ताकि भविष्य में इंश्योरेंस खरीदते समय परेशानी कम से कम हो. तो क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी खरीदें, जो आपको पर्याप्त फाइनेंशियल सहायता तो देगी ही, साथ ही अपने परिवार के प्रति आपकी अन्य फाइनेंशियल प्रतिबद्धताओं को भी प्रभावित नहीं करेगी.
क्रिटिकल इलनेस कवर केवल कठिनाई के समय आपकी रक्षा करने वाला प्लान ही नहीं है. इसका काम यह सुनिश्चित करना भी है कि आप अपनी सेहत के लिए सही तरीके से इन्वेस्टमेंट करें और भविष्य में अपनी ज़रूरतों के लिए लिए धन का एक हिस्सा निकालकर रखें. याद रखें कि हेल्थकेयर की लागत लगातार बढ़ रही है और हेल्थकेयर सेक्टर में महंगाई और भी अधिक बढ़ेगी. इसलिए, एक ऐसा सम इंश्योर्ड लें, जो भविष्य में कोई गंभीर बीमारी हो जाने पर, आपके और आपके परिवार के खर्चों को पर्याप्त रूप से कवर कर सकता हो.
भले ही, क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस आपका मुख्य हेल्थ इंश्योरेंस प्लान नहीं हो, लेकिन आपको इसे सावधानीपूर्वक चुनना होगा. इसलिए पॉलिसी चुनने से पहले, कवर की गई बीमारियों की लिस्ट के बारे में पढ़ें और जानें कि इंश्योरर द्वारा अधिकांश क्रिटिकल बीमारी कवर की जाएंगी या नहीं. इसके अलावा, पॉलिसी में शामिल नहीं की जाने वाली चीज़ों को जानने के लिए नियम और शर्तों को पूरी तरह पढ़ें.
अपना क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस चुनते समय, सुनिश्चित करें कि यह आपकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को बैलेंस करता है, ताकि आपको उचित कीमत पर अधिकतम कवरेज मिल सके. दोनों पॉलिसियों को मिलकर हेल्थ केयर के सभी पहलुओं को कवर करना चाहिए ताकि हेल्थकेयर से संबंधित आपका तनाव कम हो.
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस 5 से 65 वर्ष की आयु वर्ग के किसी भी व्यक्ति के लिए खरीदा जा सकता है. क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस पॉलिसी में प्रवेश की अधिकतम आयु 65 है.
क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी कई प्रमुख कारणों से आवश्यक है:
कैंसर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों के कारण ट्रीटमेंट, हॉस्पिटल में रहने और ऑपरेशन के बाद की देखभाल सहित महत्वपूर्ण मेडिकल खर्च हो सकते हैं. क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी एकमुश्त भुगतान प्रदान करती है, जो आपकी बचत को समाप्त किए बिना इन खर्चों को कवर करने में मदद करता है.
गंभीर बीमारी से पीड़ित होने पर आपको काम से अधिक छुट्टियां लेने की ज़रूरत पड़ सकती है, जिससे इनकम का नुकसान हो सकता है. पॉलिसी भुगतान का उपयोग इस इनकम के नुकसान को पूरा करने और मॉरगेज भुगतान, यूटिलिटी और दैनिक आवश्यकताओं जैसे जीवन के खर्चों को मैनेज करने के लिए किया जा सकता है.
गंभीर बीमारियों के लिए आधुनिक उपचार महंगे हो सकते हैं, जिन्हें अक्सर बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी द्वारा पूरी तरह से कवर नहीं किया जाता है. क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी इस कमी को पूरा करने में मदद करती है, ताकि आपको आधुनिक ट्रीटमेंट, दवाएं और स्पेशलिस्ट केयर प्राप्त हो सके.
क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी से मिलने वाले भुगतान का उपयोग मेडिकल खर्चों के अलावा रिहेबिलिटेशन, इलाज के लिए यात्रा, या डायग्नोसिस के बाद आवश्यक लाइफस्टाइल एडजस्टमेंट जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है.
जब आपको पता होता है कि आप अप्रत्याशित गंभीर बीमारी के लिए फाइनेंशियल रूप से तैयार हैं, तो पहले से चुनौतीपूर्ण समय में आपको कम तनाव होता है.
अधिक तनाव वाली नौकरी के कारण गंभीर बीमारियां होती हैं. कई अध्ययनों में यह पता चला है कि अधिक तनाव वाले वातावरण में काम करने वाले लोगों को गंभीर बीमारी का जोखिम होता है. इसलिए, तनाव वाली नौकरी करने वाले लोगों को निश्चित रूप से एक क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी खरीदनी चाहिए.
40 वर्ष की आयु के बाद, गंभीर बीमारियों का खतरा और भी बढ़ जाता है. 30 की उम्र पार करते समय क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना व्यवहारिक माना जाता है. इस समय, लोगों के बेहतर फाइनेंशियल स्थिति में होने की संभावना रहती है और वे पॉलिसी प्रीमियम का भुगतान आसानी से कर सकते हैं.
कुछ गंभीर बीमारियां आनुवंशिक होती हैं. अगर ये आपके परिवार में हों तो आपको भी यह गंभीर बीमारियां होने की संभावना बहुत बढ़ जाती हैं. इसलिए, पहले से सावधानी बरतना आवश्यक है और इसलिए, जिन लोगों के परिवार में गंभीर बीमारियों का इतिहास है, उन्हें निश्चित रूप से एक क्रिटिकल इंश्योरेंस इंश्योरेंस खरीदनी चाहिए.
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क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस खरीदने के दौरान इन चरणों का पालन करना आवश्यक है, ताकि आपको अपनी ज़रूरतों के लिए सही कवरेज मिले. इन चरणों का पालन करें:
1. स्वास्थ्य जोखिमों पर विचार करें: अपने परिवार की मेडिकल हिस्ट्री और लाइफस्टाइल का आकलन करें. अगर आपको हृदय रोग या कैंसर जैसी बीमारियां होने का जोखिम है, तो क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी बहुमूल्य सुरक्षा प्रदान कर सकती है.
2. मौजूदा कवरेज को रिव्यू करें: चेक करें कि आपके मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस में क्रिटिकल इलनेस कवरेज शामिल है या नहीं, या फिर आपको एक अलग पॉलिसी की आवश्यकता है.
3. पॉलिसी की ऑनलाइन तुलना करें: संभावित मेडिकल खर्चों और इनकम के नुकसान के आधार पर आप पालिसी द्वारा जिस एकमुश्त राशि को कवर करना चाहते हैं, उसे चुनें.
4. कवर की गई बीमारियां: पॉलिसी द्वारा कवर की गई बीमारियों की लिस्ट चेक करें, क्योंकि हो सकता है कि कुछ इंश्योरर गंभीर बीमारियों की विस्तृत रेंज को कवर करते हों, जबकि अन्य कैंसर या हृदय रोग जैसी अधिक आम बीमारियों पर फोकस करते हों.
5. प्रतीक्षा और सर्वाइवल अवधि: प्रतीक्षा अवधि ( पॉलिसी खरीदने के बाद कवरेज शुरू होने से पहले का समय) और सर्वाइवल अवधि (लाभ का क्लेम करने के लिए डायग्नोस होने के बाद आपको कितने समय तक सर्वाइव करना चाहिए) के बारे में जानें.
6. प्रीमियम लागतों की तुलना करें: समान कवरेज राशि और बीमारियों के लिए विभिन्न इंश्योरर के प्रीमियम की लागतों की तुलना करें. सुनिश्चित करें कि यह आपके बजट के अनुरूप हो.
7. प्लान के प्रकार का निर्णय लें:यह निर्धारित करें स्टैंडअलोन क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी खरीदनी है या इसे मौजूदा लाइफ या हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में राइडर के रूप में जोड़ना है.
8. एक्सक्लूज़न को समझें: पॉलिसी के एक्सक्लूज़न को ध्यान पढ़ें. हो सकता है कि पहले से मौजूद बीमारियां, प्रतीक्षा अवधि के भीतर डायग्नोस की गई बीमारियां या खुद से लगी चोटें कवर न की जाती हों.
9. एप्लीकेशन प्रोसेस: सही स्वास्थ्य जानकारी के साथ एप्लीकेशन फॉर्म ऑनलाइन भरें या हमारी वेबसाइट से इसे डाउनलोड करें. आपको मेडिकल जांच करवानी पड़ सकती है. पहचान, आयु और इनकम का प्रमाण जैसे आवश्यक डॉक्यूमेंट प्रदान करें.
10.प्रीमियम का भुगतान: पॉलिसी को ऐक्टिवेट करने के लिए प्रीमियम का भुगतान करें. अधिकांश इंश्योरर सुविधाजनक भुगतान विकल्प प्रदान करते हैं (मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक).
11.रिव्यू और रिन्यूअल: पॉलिसी खरीदने के बाद, यह सुनिश्चित करने के लिए वार्षिक रूप से इसे रिव्यू करते रहें कि यह अभी भी आपकी ज़रूरतों को पूरा करती है. कवरेज में लैप्स होने से बचने के लिए समय पर प्रीमियम भुगतान करें.
बहुत सारे लोग सोचते हैं कि अगर उनके पास पहले से ही मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो उन्हें क्रिटिकल इलनेस कवरेज की आवश्यकता नहीं है. उनमें से अधिकांश लोग मेडिक्लेम पॉलिसी और क्रिटिकल इलनेस कवर को एक जैसा ही मानते हैं. वास्तव में, ये दो अलग-अलग पॉलिसी हैं, जो विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करती हैं.
क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी में, पॉलिसी के बदले आपको जो लाभ दिया जाएगा, वह एकमुश्त भुगतान होगा. इसलिए इसका उपयोग आप एक बार या अपने घर के खर्चों या अन्य फाइनेंशियल प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं. संकट की स्थिति में, जब आपका मेडिकल इंश्योरेंस समाप्त हो गया हो या कुछ उपचारों को कवर न करता हो, आप अपने पूरे सम इंश्योर्ड या इसके कुछ भाग का प्रयोग अपने उपचार के लिए भी कर सकते हैं. क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी ऐसी स्थितियों के लिए उपयुक्त होती है, जिनमें आपको किसी बीमारी के लिए बहुत ही कम समय में बड़ी धनराशि का भुगतान करना हो और आपके हेल्थ इंश्योरेंस द्वारा उस बीमारी को कवर नहीं किया जाता हो.
मेडिक्लेम पॉलिसी किसी व्यक्ति को प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों के लिए कवर करती है, भले ही वह मामूली बीमारी या चोटों के लिए हो, जिनका उल्लेख पॉलिसी में किया गया होता है. लेकिन अगर पॉलिसीधारक को कोई बड़ी बीमारी हो जाती है, जिसके लिए लंबे समय तक हॉस्पिटलाइज़ेशन की आवश्यकता हो सकती है, तो इसका बोझ उस व्यक्ति की इनकम और बचत पर पड़ता है और यहीं क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी जीवन रक्षक साबित हो सकती है. यह ट्रीटमेंट और बाद में देखभाल की लागत, इनकम के नुकसान और चुनौतियों का सामना करने के बावजूद लाइफस्टाइल को बनाए रखने पर आने वाले खर्च का खयाल रखती है.
कैशलेस अप्रूवल के लिए नेटवर्क हॉस्पिटल पर प्री-ऑथ फॉर्म भरें
हॉस्पिटल जैसे ही हमें सूचित करता है, हम आपको स्टेटस के बारे में अपडेट भेजते हैं
प्री-ऑथ अप्रूवल के आधार पर हॉस्पिटल में भर्ती हुआ जा सकता है
डिस्चार्ज के समय, हम सीधे हॉस्पिटल के साथ क्लेम सेटल करते हैं
आपको शुरुआत में बिल का भुगतान करना होगा और ओरिजिनल बिल सुरक्षित रखना होगा
हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद, हमें अपने सभी बिल और इलाज के डॉक्यूमेंट भेजें
हम आपके क्लेम से संबंधित बिल और इलाज के डॉक्यूमेंट वेरिफाई करते हैं
हम अप्रूव्ड क्लेम राशि सीधे आपके बैंक अकाउंट में भेजते हैं.
क्लेम फाइल करने के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है:
• एप्लीकेंट का ID प्रूफ
• क्लेम फॉर्म (विधिवत भरा हुआ और हस्ताक्षरित)
• हॉस्पिटल समरी, डिस्चार्ज पेपर, प्रिस्क्रिप्शन, मेडिकल रेफरेंस आदि की कॉपी.
• मेडिकल रिपोर्ट, रिकॉर्ड की कॉपी
• डॉक्टर का सर्टिफिकेट
• इंश्योरर द्वारा मांगा गया कोई भी अन्य संबंधित डॉक्यूमेंट
गंभीर बीमारियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय अपने विकल्पों पर अच्छी तरह से विचार करें. आप या तो स्टैंड-अलोन क्रिटिकल इलनेस कवर खरीदने का विकल्प चुन सकते हैं या राइडर का विकल्प चुन सकते हैं. राइडर की तुलना में एक स्टैंड-अलोन पॉलिसी व्यापक कवर प्रदान करती है. लेकिन, ऐड-ऑन राइडर के भी अपने लाभ होते हैं. राइडर पॉलिसी दो प्रकार की होती है - कॉम्प्रिहेंसिव क्रिटिकल इलनेस राइडर और एक्स्लरेटेड क्रिटिकल इलनेस राइडर. कॉम्प्रिहेंसिव क्रिटिकल इलनेस राइडर में, आपके टर्म प्लान की राशि के अलावा, कवर की एक अतिरिक राशि जोड़ दी जाती है. अगर आप क्लेम करते हैं, तो इस राशि का भुगतान किया जाएगा, जबकि आपका बेस टर्म इंश्योरेंस कवर 100% अक्षुण्ण रहेगा. हालांकि, एक्सलरेटेड क्रिटिकल इलनेस राइडर में, क्लेम के मामले में, बेस कवर के एक हिस्से का भुगतान बेस सम अश्योर्ड से एडवांस के रूप में किया जाता है और बेस इंश्योरेंस कवर इतनी ही राशि से कम हो जाता है. इसलिए, बेहतर है कि फायदे और नुकसान पर अच्छे से विचार कर लें और राइडर या अलग पॉलिसी में इन्वेस्ट करने से पहले अपने हेल्थ एडवाइज़र से पूरी सलाह लें.
परिवार के लिए उपलब्ध प्लान
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क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस एक पॉलिसी है, जो पॉलिसी के तहत कवर की गई गंभीर बीमारी के उपचार के लिए सम इंश्योर्ड तक लंपसम राशि का भुगतान करती है.
ईश्वर न करे अगर आपको कोई गंभीर बीमारी हो जाती है, तो उसके ट्रीटमेंट की लागत आपके ऊपर भारी पड़ सकती है. इसलिए, अगर आप क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपको इसे सही तरीके से प्लान करना होगा. याद रखें कि आपको किसी गंभीर बीमारी से रिकवर होने में कुछ वर्ष भी लग सकते हैं और तब तक आपको फाइनेंशियल रूप से अपने आप को सपोर्ट करने के लिए तैयार रहना चाहिए. इसलिए, अपने लिए आवश्यक क्रिटिकल बेनिफिट की गणना करने के लिए, आपको निम्नलिखित कारकों पर विचार करना होगा:
आदर्श रूप से, पहले निदान के बाद क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी में आपको लंपसम राशि मिलती है. लेकिन, अगर आपको पहले से ही बीमारी का पता चल चुका है, तो आप क्रिटिकल केयर इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ नहीं उठा पाएंगे.
इंश्योरेंस में कवर होने वाली कोई घटना होने पर, बेनिफिट पॉलिसी के तहत, इंश्योरेंस कंपनी पॉलिसीहोल्डर को लंपसम राशि का भुगतान करती है.
पॉलिसी में बताई गई किसी गंभीर बीमारी के पहले डायग्नोसिस पर कंपनी सम इंश्योर्ड का लंपसम भुगतान करेगी, बशर्ते कि इंश्योर्ड व्यक्ति पहले डायग्नोसिस की तिथि से 30 दिनों की अवधि तक जीवित रहे. हमारे प्लान के तहत निम्नलिखित गंभीर बीमारियां कवर की जाती हैं:- 1 हार्ट अटैक (मायोकार्डियल इन्फार्क्शन) 2 कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी 3 स्ट्रोक 4 कैंसर 5 किडनी फेलियर 6 प्रमुख अंग प्रत्यारोपण 7 मल्टीपल स्क्लेरोसिस 8 पैरालिसिस
आप ₹5 लाख, ₹ 7.5 लाख और ₹ 10 लाख के सम इंश्योर्ड से चुन सकते हैं.
क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी 5 वर्ष से 65 वर्ष तक की आयु वर्ग के व्यक्तियों को कवर करती है.
45 वर्ष तक के व्यक्तियों के लिए कोई प्री-पॉलिसी मेडिकल चेक-अप आवश्यक नहीं है.
इस पॉलिसी की सबसे अच्छी बात यह है कि आपको कोई डॉक्यूमेंट सबमिट करने की आवश्यकता नहीं है. बस ऑनलाइन विवरण भरें और कई सुरक्षित भुगतान विकल्प के माध्यम से भुगतान करें. अगर आपको कोई पहले से मौजूद बीमारी है, तो आपको संबंधित मेडिकल डॉक्यूमेंट सबमिट कराने पड़ सकते हैं,.
आप 'सेक्शन 80 D' के तहत ^^₹50,000 तक का टैक्स लाभ प्राप्त कर सकते हैं'.
ऐसी कोई भी स्थिति, बीमारी या चोट या इससे संबंधित रोग, जिसके लिए इंश्योर्ड व्यक्ति में कोई लक्षण मौजूद था और/या कंपनी की पहली पॉलिसी से 48 महीनों पहले तक कोई डाइग्नोस और/या सलाह/उपचार कराया गया था, तो इन्हें पहले से मौजूद बीमारियों के रूप में माना जाता है.
शरीर के किसी भाग, अंग या तंत्र में पैदा होने वाली रोगजनक स्थिति को बीमारी के नाम से जाना जाता है, ये बीमारियां संक्रमण, पैथोलॉजिकल प्रोसेस या पर्यावरणीय तनाव के कारण पैदा होती हैं और इन्हें अक्सर कुछ विशिष्ट लक्षणों के आधार पर पहचाना जाता है.
नहीं, आप क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस की अवधि के दौरान केवल एक ही क्लेम कर सकते हैं.
पॉलिसी के क्लेम के लिए, आपको तुरंत हमारे हेल्पलाइन नंबर पर हमें सूचित करना चाहिए. सूचना प्राप्त होने के बाद, हम क्लेम रजिस्टर करेंगे और एक यूनीक क्लेम रेफरेंस नंबर असाइन किया जाएगा, इंश्योर्ड व्यक्ति को इस नंबर के बारे में जानकारी दे दी जाएगी और आगे के सभी पत्र व्यवहारों के लिए इसका उपयोग किया जाएगा.
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्लान निर्दिष्ट गंभीर बीमारियों या रोगों को कवर करता है. इन गंभीर बीमारियों के ट्रीटमेंट के लिए लंबे समय तक देखभाल की आवश्यकता होती है. हॉस्पिटलाइज़ेशन की लागत के अलावा, डॉक्टर की विजिट फीस, अन्य मेडिकल खर्च, पुनर्वास आदि जैसे कई अतिरिक्त खर्च भी होंगे. क्रिटिकल इलनेस प्लान के तहत एक लंपसम राशि यानि सम इंश्योर्ड का भुगतान किया जाता है, जिसका उपयोग इन खर्चों को कवर करने के लिए किया जा सकता है. यह लंपसम राशि आपकी किसी भी इन्डेम्निटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अतिरिक्त होती है.
यह पॉलिसी प्रतीक्षा अवधि के बाद पॉलिसी में उल्लिखित किसी भी क्रिटिकल इलनेस के पहले डायग्नोसिस पर लंपसम के रूप में सम इंश्योर्ड का भुगतान करती है, बशर्ते कि इंश्योर्ड व्यक्ति क्रिटिकल इलनेस के पहले डायग्नोसिस की तिथि से पॉलिसी में निर्दिष्ट की गई अवधि तक जीवित रहे.
हमारी क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी के सिल्वर प्लान में निम्नलिखित 8 क्रिटिकल इलनेस को कवर किया जाता है:- 1. मायोकार्डियल इन्फार्क्शन (निर्दिष्ट गंभीरता का पहला हार्ट अटैक) 2. ओपन चेस्ट CABG 3. स्ट्रोक जिसके परिणामस्वरूप स्थायी लक्षण विकसित हो जाएं 4. निर्दिष्ट गंभीरता का कैंसर 5. किडनी फेलियर, जिसके लिए नियमित डायलिसिस की आवश्यकता हो 6. प्रमुख ऑर्गन ट्रांसप्लांट 7. स्थायी लक्षणों के साथ मल्टीपल स्क्लेरोसिस 8. हाथ-पैर में स्थायी पैरालिसिस
प्लैटिनम प्लान कुल 15 क्रिटिकल इलनेस को कवर करता है. ऊपर दी गई बीमारियों के अलावा, यह प्लान कवर करता है:- 9. एओर्टा की सर्जरी 10. प्राइमरी (इडियोपैथिक) पल्मोनरी हाइपरटेंशन 11. ओपन हार्ट रिप्लेसमेंट या हार्ट वाल्व की मरम्मत 12. बिनाइन ब्रेन ट्यूमर 13. पार्किंसन रोग 14. अल्ज़ाइमर रोग 15. लीवर फेल होने का अंतिम चरण
एचडीएफसी एर्गो क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस पॉलिसी में 90 दिनों की प्रतीक्षा अवधि होती है.
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस आपको और आपके परिवार को गंभीर बीमारी का पता चलने पर अतिरिक्त फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करता है. यह पॉलिसी एक लंपसम राशि प्रदान करती है जिसका उपयोग इन उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है: देखभाल और ट्रीटमेंट की लागत, स्वास्थ्य लाभ के खर्च, क़र्ज़ भुगतान, आय अर्जित करने की क्षमता में कमी के कारण होने वाली कम इनकम की क्षतिपूर्ति और जीवनशैली में बदलाव लाने के लिए.
आप ₹5 लाख, ₹7.5 लाख और ₹10 लाख तक के सम इंश्योर्ड में से चुन सकते हैं.
क्रिटिकल इलनेस कवर केवल उसी व्यक्ति को प्रदान किया जा सकता है जिसकी पहले गंभीर बीमारियों की कोई मेडिकल हिस्ट्री न रही हो. अधिक जानकारी के लिए, पॉलिसी डॉक्यूमेंट पढ़ें.
नहीं, आप क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस की अवधि के दौरान केवल एक ही क्लेम कर सकते हैं.
लेसिक सर्जरी को आमतौर पर क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस के तहत कवर नहीं किया जाता है. क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस को कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक और इसी तरह की अन्य गंभीर, जानलेवा बीमारियों के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाया गया है. लेसिक सर्जरी, जो आंखों की रोशनी में सुधार लाने के लिए एक करेक्टिव आई प्रोसीजर है, गंभीर बीमारियों की कैटेगरी में नहीं आती है.
क्रिटिकल इलनेस कवर महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपको कोई गंभीर, जानलेवा बीमारी डायग्नोस होने पर फाइनेंशियल सहायता प्रदान करता है. गंभीर बीमारी के कारण आपको महीनों तक काम से छुट्टी लेनी पड़ सकती है या फिर आप स्थाई रूप से काम करने में असमर्थ हो सकते हैं, जिससे इनकम का नुकसान होता है. क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी से मिलने वाला भुगतान इनकम रिप्लेसमेंट के रूप में काम कर सकता है, जिससे आपको किराए, मॉरगेज और यूटिलिटी बिल जैसे जीवन के दैनिक खर्चों को कवर करने में मदद मिलती है.