बाइक इंश्योरेंस या टू व्हीलर इंश्योरेंस अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण होने वाले वाहन के नुकसान के खर्चों को कवर करता है. इनमें चोरी, आग, सेंधमारी, दंगे, बाढ़, भूकंप आदि शामिल हैं. इन घटनाओं के कारण होने वाले नुकसान से रिपेयर पर भारी बिल आ सकते हैं, जिससे आपकी मेहनत की कमाई खर्च हो सकती है. अपने खर्चों के प्रति सुरक्षा प्राप्त करने के लिए, टू व्हीलर इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदना बुद्धिमानी है. इसके अलावा, भारत में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती दर की वजह से, टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेना आवश्यक हो जाता है. बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ, निश्चिंत रहें कि किसी भी इंश्योरेबल जोखिम के कारण होने वाले नुकसान की स्थिति में मरम्मत के खर्चों की पूरी लागत इंश्योरेंस प्रदाता वहन करेगा. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार थर्ड पार्टी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के बिना 2 व्हीलर चलाना दंडनीय अपराध है. इसलिए, अगर आपकी बाइक इंश्योरेंस समाप्त होने ही वाला है तो इसे ऑनलाइन खरीदें या रिन्यू करें. टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी आपके वाहन को ओन डैमेज और थर्ड पार्टी लायबिलिटी के लिए कवर करेगी. 2024 समाप्त ही होने वाला है, इसलिए आपको बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने या रिन्यू करने और वर्ष 2025 में सुरक्षित राइडिंग का लाभ उठाने की सलाह दी जाती है.
आप कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस, थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस कवर और स्टैंडअलोन ओन-डैमेज कवर में से चुन सकते हैं. लेकिन, हम आपको कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस खरीदकर अपने वाहन की पूरी सुरक्षा देने की सलाह देंगे. आप अपनी टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी को बेहतर बनाने के लिए नो क्लेम बोनस सुरक्षा, एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस, ज़ीरो डेप्रिसिएशन आदि जैसे विशिष्ट ऐड-ऑन जोड़कर, अपनी कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं. एचडीएफसी एर्गो सभी प्रकार के टू-व्हीलर, जैसे मोटरसाइकिल, मोपेड बाइक/स्कूटर, इलेक्ट्रिक बाइक/स्कूटर आदि के लिए टू व्हीलर इंश्योरेंस प्रदान करता है जिसमें आपको 2000 से भी ज़्यादा कैशलेस गैरेजों का विशाल नेटवर्क मिलता है.
प्रमुख विशेषताएं | एचडीएफसी एर्गो टू व्हीलर इंश्योरेंस के लाभ |
क्लेम सेटलमेंट | AI-आधारित टूल आइडिया |
ओन डैमेज कवर | दुर्घटना और प्राकृतिक या मानव-निर्मित आपदाओं के लिए कवरेज |
थर्ड पार्टी डैमेज कवर | थर्ड पार्टी की चोट और प्रॉपर्टी के नुकसान को कवर करता है |
यूनिक ऐड-ऑन का विकल्प | इन ऐड-ऑन में से चुनकर बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को कस्टमाइज़ करें, जैसे-ज़ीरो डेप्रिसिएशन एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस आदि. |
क्लेम सेटलमेंट अनुपात | 100% क्लेम सेटलमेंट अनुपात^ |
बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम | ₹538 से शुरू* |
पर्सनल एक्सीडेंट कवर | ₹15 लाख तक~* |
कैशलेस गैरेज नेटवर्क | पूरे भारत में 2000+ ˇ |
पॉलिसी खरीदने का समय | 3 मिनट से कम |
रिपेयर सर्विस | डोर स्टेप टू व्हीलर रिपेयर्स° |
एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस°° | एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस के साथ आप कहीं भी और कभी भी अपनी बाइक की मरम्मत करवा सकते हैं. |
नो क्लेम बोनस | 50% तक |
IDV कस्टमाइज़ेशन | हां |
खरीदने और रिन्यू करने का प्रोसेस | ऑनलाइन |
लायबिलिटी कवर | हां |
ऐड-ऑन कवर | 8 ऐड-ऑन कवर |
एचडीएफसी एर्गो 4 प्रकार के टू व्हीलर इंश्योरेंस प्रदान करता है, जैसे कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस और स्टैंडअलोन ओन डैमेज कार और ब्रांड न्यू बाइक के लिए कवर. आप अपनी कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस में ऐड-ऑन कवर जोड़कर अपनी बाइक की सुरक्षा को और बेहतर बना सकते हैं.
कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस
थर्ड पार्टी कवर
स्टैंडअलोन ओन डैमेज कवर
ब्रांड न्यू बाइक्स के लिए कवर
कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ, आपके टू व्हीलर को चोरी, आग, प्राकृतिक या कृत्रिम आपदाओं से सुरक्षित किया जाएगा. इसके अलावा, आप भारत में नेटवर्क गैरेज में अपने वाहन की कैशलेस मरम्मत करवा सकते हैं.
कानून (भारतीय मोटर वाहन अधिनियम, 1988) के अनुसार भारत में कम से कम थर्ड पार्टी लायबिलिटी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेना अनिवार्य है. हालांकि, आपको कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी लेने की सलाह दी जाती है.
क्या कोई दुर्घटना हुई है? चिंता न करें, हम दुर्घटना में आपकी बाइक को होने वाले नुकसान को कवर करते हैं.
भरोसा रखें, हम आग या विस्फोट की स्थिति में आपके पैसे पर आंच नहीं आने देंगे, आपकी बाइक को कवर करेंगे.
आपकी बाइक का चोरी होना, सबसे दुखद बात हो सकती है, लेकिन कवरेज के जरिए हम सुनिश्चित करते हैं कि आपकी मन की शांति भंग न हो.
आप विपत्तियों से अपनी बाइक को नहीं बचा सकते, लेकिन अपना पैसा ज़रूर बचा सकते हैं!
आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, टू व्हीलर दुर्घटना के कारण चोटों के मामले में हम आपके उपचार शुल्क को कवर करते हैं.
थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी या व्यक्ति को नुकसान पहुंचा है? हम थर्ड पार्टी व्यक्ति को आई चोट या थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी को होने वाले नुकसान को कवर करते हैं.
As per the data by the Union Ministry of Road Transport and Highways, road fatalities in India surged by 26.4% during 2014-2023. Still think bike insurance isn’t necessary? Buy HDFC ERGO two wheeler insurance now
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बाइक इंश्योरेंस के लिए उपलब्ध कवर | कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस | थर्ड पार्टी टू व्हीलर इंश्योरेंस |
प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान - भूकंप, चक्रवात, बाढ़ आदि. | शामिल | शामिल नहीं |
आग, चोरी, विध्वंस जैसी घटनाओं के कारण नुकसान. | शामिल | शामिल नहीं |
₹ 15 लाख का पर्सनल एक्सीडेंट कवर (वैकल्पिक) | शामिल | शामिल |
ऐड-ऑन का विकल्प - ज़ीरो डेप्रिसिएशन और इमरजेंसी असिस्टेंस | शामिल | शामिल नहीं |
थर्ड पार्टी वाहन/प्रॉपर्टी को नुकसान | शामिल | शामिल |
थर्ड पार्टी व्यक्ति को चोट | शामिल | शामिल |
मान्य पॉलिसी होने पर कोई भारी जुर्माना नहीं लगाया जाएगा | शामिल | शामिल |
बाइक वैल्यू का कस्टमाइज़ेशन (IDV) | शामिल | शामिल नहीं |
अगर आप टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद रहे हैं, तो आपको थर्ड पार्टी कवर और ओन डैमेज कवर के बीच प्रमुख अंतर पता होने चाहिए. आइए थर्ड पार्टी कवर और ओन डैमेज कवर के बीच के अंतर को जानें.
प्रभावित करने वाले कारक | थर्ड पार्टी कवर | ओन डैमेज कवर |
अनिवार्यता | 1988 के मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार यह अनिवार्य है. | भारतीय मोटर कानून के अनुसार यह अनिवार्य नहीं है, हालांकि आपके वाहन को होने वाले नुकसान से पूरी तरह से सुरक्षा प्रदान करने के लिए इसे लेने की सलाह दी जाती है. |
ऐड-ऑन्स | आप किसी भी ऐड-ऑन के साथ थर्ड पार्टी कवर को कस्टमाइज़ नहीं कर सकते हैं. | आप ज़ीरो डेप्रिसिएशन, एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस आदि जैसे विभिन्न राइडर के साथ ओन डैमेज कवर को कस्टमाइज़ कर सकते हैं. |
कवरेज | यह केवल थर्ड पार्टी लायबिलिटी के लिए कवरेज प्रदान करता है. इसमें इंश्योर्ड व्यक्ति के वाहन द्वारा व्यक्ति की मृत्यु सहित थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी/व्यक्ति को होने वाला नुकसान शामिल हैं. | यह पॉलिसीधारक के वाहन को हुए नुकसान और क्षति के लिए कवरेज प्रदान करता है. |
प्रीमियम | थर्ड पार्टी के लिए प्रीमियम कम है और IRDAI द्वारा निर्धारित विभिन्न इंजन क्यूबिक क्षमता वाहनों के लिए एक निश्चित दर भी है. | प्रीमियम थर्ड पार्टी कवर से अधिक है. |
डेप्रिसिएशन | क्लेम और प्रीमियम की गणना के समय टू-व्हीलर की डेप्रिसिएटेड वैल्यू पर विचार किया जाता है. | प्रीमियम या क्लेम राशि की गणना करते समय डेप्रिसिएशन वैल्यू पर विचार नहीं किया जाता है. |
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ‘भारत में सड़क दुर्घटनाएं-2022’ पर जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2022 के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) द्वारा कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जिसमें 1,68,491 लोगों की जान गई और 4,43,366 लोग घायल हुए.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मुताबिक, भारत में सड़क हादसों में टू व्हीलर चालकों की मौत सबसे अधिक हुई है. साल 2021 में भारत में कुल 69,240 टू व्हीलर चालकों की मौत हुई है. भारत के प्रमुख हिस्सों में सड़कों की खराब हालत के कारण टू व्हीलर चालक सबसे ज़्यादा सड़क हादसों का शिकार हुए हैं.
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, कुल 209,960 मोटरसाइकिल और स्कूटर चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं, लेकिन इनमें से केवल 56,509 वाहन रिकवर किए जा सके हैं, इससे पता लगता है कि वाहन श्रेणी में सबसे ज़्यादा चोरी के मामले देखे जाते हैं.
भारत के पूर्वी, मध्य और उत्तरी क्षेत्रों में तीन गुना बारिश और जलभराव की घटनाएं देखी गई हैं. दक्षिण-पश्चिम से आने वाली मानसूनी बारिश के कारण यमुना, गंगा, ब्रह्मपुत्र आदि नदियों में बाढ़ आ जाती है. भारत में सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित राज्य गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी बेसिन के अंतर्गत आते हैं. NRSC के अध्ययन के अनुसार, उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में सिंधु-गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदानों का भारत के कुल नदी प्रवाह में लगभग 60% का योगदान है. बाढ़ के कारण कभी-कभी न केवल टू व्हीलर बह जाते हैं, बल्कि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त भी हो जाते हैं.
एचडीएफसी एर्गो की तरफ से इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के मालिकों के लिए अच्छी खबर है! हम विशेष रूप से EVs के लिए बनाए गए नए ऐड-ऑन कवर शुरू कर रहे हैं. इन ऐड-ऑन में आपके बैटरी चार्जर और एक्सेसरीज़ के लिए सुरक्षा, आपके इलेक्ट्रिक मोटर के लिए कवरेज और बैटरी चार्जर के लिए यूनीक ज़ीरो डेप्रिसिएशन क्लेम शामिल हैं. इन कवर को जोड़कर, आप बाढ़ या आग जैसी अप्रत्याशित घटनाओं के कारण होने वाले बैटरी के संभावित नुकसान से अपनी EV को सुरक्षित कर सकते हैं. आपकी EV के मुख्य पार्टस के रूप में, अपनी बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर की सुरक्षा करना एक स्मार्ट उपाय है. इन तीन ऐड-ऑन को आपके कॉम्प्रिहेंसिव या स्टैंडअलोन ओन डैमेज कवर में आसानी से जोड़ा जा सकता है. बैटरी चार्जर एक्सेसरीज़ ऐड-ऑन आग और भूकंप या बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है. इलेक्ट्रिक मोटर कवर आपके EV के मोटर और इसके पार्ट्स को होने वाले किसी भी नुकसान के लिए कवरेज सुनिश्चित करता है. बैटरी चार्जर के लिए ज़ीरो डेप्रिसिएशन क्लेम के साथ, आपको डिटेचेबल बैटरी, चार्जर और एक्सेसरीज़ सहित बैटरी को बदलते समय होने वाले किसी भी डेप्रिसिएशन के लिए क्षतिपूर्ति दी जाएगी. अपने इलेक्ट्रिक वाहन को सुरक्षित करने का मौका न भूलें - इन ऐड-ऑन कवर का विकल्प चुनें और मन की शांति के साथ ड्राइव करें.
बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर जैसे EV कंपोनेंट के रिपेयर पर बहुत अधिक खर्च आता है. अपने इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की सुरक्षा के लिए बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ EV ऐड-ऑन खरीदें.
कानून का पालन करने और फाइनेंशियल सुरक्षा बनाए रखने के लिए बाइक इंश्योरेंस खरीदना आवश्यक है.
इस श्रेणी के चालक प्रतिदिन आवाजाही के लिए अपने टू व्हीलर का इस्तेमाल करते हैं. ज़्यादातर वे अपने टू व्हीलर का इस्तेमाल अपने शहर में ही करते हैं, लेकिन सड़क दुर्घटना का खतरा यहां भी बना रहता है. ऐसे चालक के पास कॉम्प्रिहेंसिव कवर या ओन डैमेज कवर होना समझदारी की निशानी है.
अधिक पढ़ेंये चालक महंगी बाइक रखते हैं और इन वाहनों की मरम्मत की लागत भी अधिक होती है. इसलिए इन चालकों के पास कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ-साथ उपयुक्त एड ऑन कवर जैसे कि ज़ीरो डेप्रिसिएशन, इंजन गियरबॉक्स प्रोटेक्शन इत्यादि होने भी बहुत ज़रूरी हैं.
अधिक पढ़ेंये नए-नए चालक हैं जिन्होंने अभी-अभी बाइक चलाना शुरू किया है. इन चालकों को न केवल अपने वाहनों को ध्यानपूर्वक चलाना चाहिए, बल्कि उनके पास एक योग्य टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी भी होनी चाहिए ताकि उनके प्रियजन उन्हें लेकर मानसिक रूप से निश्चिंत रहें.
ये चालक अलग-अलग शहरों और क्षेत्रों में यात्रा करते हुए अपनी मंज़िल तक पहुंचने का शौक रखते हैं. इनके लिए हर सफर एक सुनहरी याद की तरह होता है. यादों का यह सफरनामा बिना रुके लगातार चलता रहे, इसलिए इन चालकों को सूझबूझ भरा कदम उठाते हुए अपने लिए ऐसी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी लेनी चाहिए जिसमें खासतौर पर एड ऑन कवर हों जैसे कि एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस.
अधिक पढ़ेंऑनलाइन टू व्हीलर इंश्योरेंस खरीदने से पहले, आपको इन कारकों पर विचार करना चाहिए:
एचडीएफसी एर्गो टू व्हीलर इंश्योरेंस के साथ निम्नलिखित प्रकार के टू-व्हीलर्स को इंश्योर किया जा सकता है:
अपनी आवश्यकताओं और बजट के अनुसार सही बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी चुनने में आपकी मदद करने के लिए यहां कुछ उपयोगी सुझाव दिए गए हैं: -
1. अपना कवरेज जानें : बाइक इंश्योरेंस प्लान खोजने से पहले, अपनी आवश्यकता और बजट के आधार पर मूल्यांकन करना आवश्यक है. बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय, आप थर्ड पार्टी कवर और कॉम्प्रिहेंसिव कवर में से कोई विकल्प चुन सकते हैं. अपने टू व्हीलर के उपयोग के आधार पर, आपको वह बाइक इंश्योरेंस प्लान चुनना चाहिए जिसका कवरेज आपकी आवश्यकता के अनुसार हो.
2. इंश्योरेंस डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) को समझें : IDV आपकी बाइक की वर्तमान मार्केट वैल्यू होती है. IDV, बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय निर्धारित की जाने वाली अधिकतम सम इंश्योर्ड राशि होती है और इसी राशि का भुगतान इंश्योरर टू व्हीलर की चोरी या पूर्ण नुकसान के मामले में आपको करता है. इसलिए, IDV टू व्हीलर इंश्योरेंस के प्रीमियम को निर्धारित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है.
3. अपने बाइक इंश्योरेंस कवर को बढ़ाने के लिए ऐड-ऑन चुनें : अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी में जोड़े जाने वाले राइडर्स की तलाश करें. इससे कवरेज अधिक व्यापक हो जाएगा. लेकिन, याद रखें कि आपको बाइक इंश्योरेंस के राइडर्स के लिए अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करना होगा.
4. बाइक इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करें : बेहतर निर्णय लेने के लिए बाइक इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करना और उपलब्ध प्लान चेक करना बुद्धिमानी है. आप प्रदान किए गए कवरेज के आधार पर बाइक इंश्योरेंस प्लान की ऑनलाइन तुलना कर सकते हैं.
कॉम्प्रिहेंसिव कवर के लिए बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम की दर कुछ बाहरी कारकों पर निर्भर करती है, जैसे इंजन की क्षमता, वाहन की आयु, स्थान आदि. बाइक की इंजन क्यूबिक क्षमता बाइक इंश्योरेंस की कीमत निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. दूसरी ओर, IRDAI थर्ड-पार्टी पॉलिसी की कीमत निर्धारित करता है, जो कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी की कीमत को भी प्रभावित करता है. नीचे दिया गया टेबल, 1 जून, 2022 से प्रभावी, भारत में थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम दरों को समझाता है.
इंजन क्षमता (CC में) | थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस की वार्षिक दरें | 5-वर्षों की थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस की दरें |
75 cc तक | रु 538 | रु 2901 |
75-150cc | रु 714 | रु 3851 |
150-350cc | रु 1366 | ₹ 7,365 |
350 CC से अधिक | रु 2804 | ₹ 15,117 |
इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डिपार्टमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ई-बाइक के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम की गणना करने के लिए इलेक्ट्रिक बाइक मोटर की किलोवाट क्षमता (kW) पर विचार करता है. यहां थर्ड पार्टी इलेक्ट्रिक बाइक इंश्योरेंस के प्रीमियम दिए गए हैं.
किलोवाट क्षमता (kW) के साथ इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर | 1-वर्ष की पॉलिसी के लिए प्रीमियम दर | लॉन्ग-टर्म पॉलिसी (5-वर्ष) के लिए प्रीमियम दर |
3 किलोवाट से अधिक नहीं | रु. 457 | ₹2,466 |
3 kW से 7 kW तक | रु. 607 | ₹3,273 |
7 kW से 16 kW तक | ₹1,161 | ₹6,260 |
16 किलोवाट से अधिक | ₹2,383 | ₹12,849 |
बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले, आपको इसके कवरेज के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए. इसके अलावा, आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपके द्वारा खरीदे जा रहे प्लान में कौन सी चीज़ें शामिल हैं और कौन सी चीज़ें शामिल नहीं हैं. यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनकी सहायता से आप टू व्हीलर इंश्योरेंस प्लान की तुलना कर सकते हैं:
1. प्रीमियम का विवरण: हमेशा अपनी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम का पूरा विवरण मांगें. स्पष्ट विवरण होने से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आप किन चीज़ों के लिए भुगतान कर रहे हैं.
2. ओन डैमेज प्रीमियम: ओन डैमेज बाइक इंश्योरेंस आपको तब कवरेज प्रदान करता है जब आपकी बाइक चोरी हो जाती है या इंश्योरेंस में शामिल जोखिम के कारण उसे किसी अन्य प्रकार का नुकसान होता है. ओन डैमेज का प्रीमियम चेक करते समय, आपको यहां दी गई कुछ चीज़ों के बारे में पता होना चाहिए:
• IDV: IDV या इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू आपकी बाइक की मार्केट वैल्यू को दर्शाती है. IDV का बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम पर सीधा प्रभाव पड़ता है, इसलिए IDV जितनी कम होगी, बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम भी उतना ही कम होगा.
• NCB: बाइक इंश्योरेंस में NCB या नो क्लेम बोनस एक लाभ है, जो पॉलिसीधारक को तब प्रदान किया जाता है, जब वे किसी वर्ष में कोई क्लेम नहीं करते हैं. अगर किसी व्यक्ति के पास संचित NCB है, तो उसका बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम कम होगा. हालांकि, NCB का लाभ उठाने के लिए, आपको प्लान की समाप्ति से 90 दिनों के भीतर अपने बाइक इंश्योरेंस प्लान को रिन्यू करना होगा
3. थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम: थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस थर्ड पार्टी लायबिलिटी के लिए कवरेज प्रदान करता है. आमतौर पर, थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी या व्यक्ति को होने वाले किसी भी नुकसान के लिए ₹1 लाख तक का फाइनेंशियल कवरेज प्रदान करता है. इसके अलावा, इंश्योर्ड व्यक्ति के वाहन से हुई दुर्घटना में शामिल दूसरे व्यक्ति की मृत्यु या विकलांगता के लिए असीमित कवरेज होता है. यह राशि न्यायालय द्वारा निर्धारित की जाती है.
4. पर्सनल एक्सीडेंट प्रीमियम: बाइक इंश्योरेंस में, पर्सनल एक्सीडेंट कवर का होना अनिवार्य है. इस प्रकार का कवर केवल पॉलिसीधारक के लिए होता है. इसलिए, अगर आपके पास कई वाहन हैं, तो भी आपको सिंगल पर्सनल एक्सीडेंट कवर की आवश्यकता होगी.
5. ऐड-ऑन प्रीमियम - अपना ऐड-ऑन कवर समझदारी से चुनें. अगर आप ऐसे ऐड-ऑन कवर खरीदते हैं, जो आपके टू व्हीलर के लिए आवश्यक नहीं हैं, तो आपका प्रीमियम अनावश्यक रूप से बढ़ जाएगा.
हाल के वर्षों में टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी की खरीद में काफी वृद्धि हुई है. इसकी वजह है सरकार द्वारा लाया गया नया कानून, जिसके तहत बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के बिना गाड़ी चला रहे व्यक्ति पर भारी दंड लगाया जा सकता है या उसे जेल हो सकती है. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम IRDAI (आईआरडीएआई) द्वारा निर्धारित किया जाता है जो आपकी बाइक के सीसी पर निर्भर करता है. बाइक के लिए अन्य इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम एक कंपनी से दूसरे कंपनी के लिए अलग-अलग हो सकता है, और यह राशि रजिस्ट्रेशन की तिथि, लोकेशन, IDV आदि जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है. हालांकि, अगर आप अपने टू व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम पर बचत करना चाहते हैं, तो यहां बताया गया है कि आप यह बचत कैसे कर सकते हैं.
1.अपना ड्राइविंग रिकॉर्ड अच्छा बनाए रखें: सुनिश्चित करें कि आप सुरक्षित तरीके से बाइक चलाते हों और आपने कोई दुर्घटना न की हो. ऐसा करने पर आपको कोई क्लेम नहीं करना पड़ेगा, जिससे आप बाइक इंश्योरेंस के रिन्यूअल के दौरान नो क्लेम बोनस का लाभ उठा सकेंगे.
2. उच्च डिडक्टिबल का विकल्प चुनें: अगर आप क्लेम करते समय खुद से अधिक राशि का भुगतान करने का विकल्प चुनते हैं, तो आप बाइक इंश्योरेंस के रिन्यूअल के दौरान प्रीमियम पर बचत कर सकते हैं.
3. ऐड-ऑन का लाभ उठाएं: आप ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर, नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन, एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस आदि जैसे ऐड-ऑन चुनकर अपनी कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं.
4. सिक्योरिटी डिवाइस इंस्टॉल करें: एंटी-थेफ्ट अलार्म जैसे डिवाइस इंस्टॉल करें, जो बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम को कम करने में मदद कर सकते हैं.
5. टू व्हीलर इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करें यह भी पढ़ें : बाइक इंश्योरेंस पर बचत करने के 5 तरीके
आप किस बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनते हैं, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपको उसके लिए कितने प्रीमियम का भुगतान करना पड़ रहा है. आप बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर के साथ अपने प्रीमियम की गणना कर सकते हैं. प्रीमियम कैलकुलेटर एक आसान टूल है, जो आपको अपनी पसंद की टू व्हीलर पॉलिसी खरीदने के लिए भुगतान करने के लिए सटीक प्रीमियम की गणना करने में मदद करता है. यहां बताया गया है कि आप टू व्हीलर इंश्योरेंस कैलकुलेटर से अपने बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम की गणना कैसे कर सकते हैं:
1. अपने वाहन संबंधी जानकारी दर्ज करें, जैसे रजिस्ट्रेशन का साल, रजिस्ट्रेशन का शहर, मेक, मॉडल आदि.
2. कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी या थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी चुनें.
3. अगर आप कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का विकल्प चुनते हैं, तो ज़ीरो डेप्रिसिएशन, नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन, एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस आदि जैसे ऐड-ऑन का विकल्प चुनें.
4. बाइक इंश्योरेंस की कीमत पर क्लिक करें.
5. बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर टू व्हीलर इंश्योरेंस के लिए सटीक प्रीमियम बताता है, जिससे आपको अपने बजट के अनुसार सबसे उपयुक्त पॉलिसी खरीदने में मदद मिलती है.
आप सुरक्षित पेमेंट गेटवे के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं और व्हॉट्सऐप या अपने रजिस्टर्ड ईमेल एड्रेस के माध्यम से बाइक के लिए तुरंत इंश्योरेंस पॉलिसी प्राप्त कर सकते हैं.
2022 में, भारत में टू व्हीलर से होने वाली दुर्घटनाओं सहित सड़क दुर्घटनाओं की संख्या 32,900 तक पहुंच गई. अभी भी लगता है कि बाइक इंश्योरेंस आवश्यक नहीं है?
एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट से बाइक इंश्योरेंस को ऑनलाइन खरीदने के कई लाभ हैं. आइए कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी को ऑनलाइन खरीदने के कुछ लाभ देखें:
तुरंत कोटेशन पाएं - बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर की मदद से, आपको अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम कोटेशन तुरंत मिल जाते हैं. अपनी बाइक का विवरण दर्ज करें, और आपको टैक्स के साथ और टैक्स के बिना दोनों प्रीमियम दिखा दिया जाएगा. आप अपनी कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ ऐड-ऑन का विकल्प भी चुन सकते हैं और तुरंत अपडेटेड प्रीमियम प्राप्त कर सकते हैं.
पॉलिसी का तुरंत जारी होना - अगर आप बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदते हैं, तो आप कुछ मिनटों के भीतर ही अपनी पॉलिसी प्राप्त कर सकते हैं. आपको बस एक ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा, बाइक का विवरण प्रदान करना होगा और प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करना होगा. इसके बाद पॉलिसी आपकी ईमेल ID पर भेज दी जाएगी.
न्यूनतम पेपरवर्क - बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने में बस कुछ ही डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है. पहली बार पॉलिसी खरीदते समय आपको अपनी बाइक के रजिस्ट्रेशन फॉर्म, विवरण और KYC डॉक्यूमेंट अपलोड करने होते हैं. इसके बाद, आप बिना किसी पेपरवर्क के अपने बाइक इंश्योरेंस को रिन्यू कर सकते हैं या अपने प्लान को पोर्ट कर सकते हैं.
भुगतान रिमाइंडर - बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी ऑनलाइन खरीदने के बाद, आपको अपने कवरेज को लगातार रिन्यू करते रहने के लिए हमारी ओर से नियमित बाइक इंश्योरेंस रिन्यूअल रिमाइंडर भेजे जाते हैं. इससे यह सुनिश्चित होता है कि आपको निर्बाध कवरेज मिलता रहे.
सुविधाजनक और पारदर्शी - एचडीएफसी एर्गो की बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने का प्रोसेस आसान और पारदर्शी है. बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने के लिए आपको कुछ आसान चरणों का पालन करना होगा, और याद रखें कि आपसे कोई भी छिपा हुआ शुल्क नहीं लिया जाता है. आप जो देखेंगे, उसी का भुगतान करेंगे
अगर आपका टू-व्हीलर अच्छी स्थिति में है और आप सक्रिय रूप से उसका इस्तेमाल करते हैं, तो आपको बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने या रिन्यू करने की सलाह दी जाती है. आप अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू करते समय अपनी इंश्योरेंस कंपनी भी बदल सकते हैं. दो तरीके हैं, आप बाइक इंश्योरेंस को ऑनलाइन खरीद सकते हैं या रिन्यू कर सकते हैं.
चरण 1. एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस प्रोडक्ट पर क्लिक करें और अपने बाइक रजिस्ट्रेशन नंबर सहित सभी मांगे गए विवरण भरें और फिर 'कोटेशन प्राप्त करें' पर क्लिक करें.
चरण 2: कॉम्प्रिहेंसिव और थर्ड पार्टी लायबिलिटी कवर के बीच चुनें. अगर आप कॉम्प्रिहेंसिव प्लान का विकल्प चुनते हैं, तो आप अपनी इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू में भी बदलाव कर सकते हैं. आप एक वर्ष से लेकर तीन वर्ष तक के प्लान चुन सकते हैं.
चरण 3: आप यात्री और पेड ड्राइवर के लिए पर्सनल एक्सीडेंट कवर भी जोड़ सकते हैं. इसके अलावा, आप एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस कवर, ज़ीरो डेप्रिसिएशन आदि जैसे ऐड-ऑन चुनकर पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं
चरण 4: अपनी पिछली बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का विवरण प्रदान करें. जैसे- पिछली पॉलिसी का प्रकार (कॉम्प्रिहेंसिव या थर्ड पार्टी), पॉलिसी की समाप्ति तिथि, अगर आपने कोई क्लेम किया है, तो उसका विवरण आदि
चरण 5: अब आप अपना बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम देख सकते हैं
सुरक्षित पेमेंट गेटवे के माध्यम से प्रीमियम का भुगतान करें.
टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी आपको रजिस्टर्ड ईमेल एड्रेस या व्हॉट्सऐप के माध्यम से भेजी जाएगी.
अगर एचडीएफसी एर्गो पॉलिसी समाप्त हो गई है, तो आप बाइक इंश्योरेंस रिन्यूअल सेक्शन पर जा सकते हैं. हालांकि, अगर समाप्त होने वाली पॉलिसी एचडीएफसी एर्गो की नहीं है, तो कृपया बाइक इंश्योरेंस पेज पर जाएं
चरण1: एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस सेक्शन पर जाएं और 'पॉलिसी रिन्यू करें' का विकल्प चुनें.
चरण 2: अपनी उस एचडीएफसी एर्गो पॉलिसी से संबंधित विवरण दर्ज करें, जिसे आप रिन्यू करना चाहते हैं, मन हो तो ऐड-ऑन कवर जोड़ें अन्यथा छोड़ दें, और फिर बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करके रिन्यूअल पूरा करें.
चरण 3: रिन्यू की गई बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी रजिस्टर्ड ईमेल-ID या व्हॉट्सऐप पर मेल कर दी जाएगी.
टू-व्हीलर, भारत में परिवहन के पसंदीदा विकल्पों में से एक हैं, क्योंकि इनसे यात्रा करना आसान और किफायती होता है. जो लोग नई बाइक नहीं खरीद सकते हैं, उनके लिए सेकेंड-हैंड बाइक एक अच्छा विकल्प है. लेकिन सेकेंड हैंड बाइक या स्कूटर खरीदते समय सेकेंड हैंड बाइक का इंश्योरेंस लेना न भूलें. दुर्भाग्यवश, कई लोग अपनी बाइक का इंश्योरेंस नहीं लेते या बाइक इंश्योरेंस ट्रांसफर नहीं करवाते हैं. नियमित मोटर इंश्योरेंस की तरह ही, सेकेंड-हैंड टू व्हीलर इंश्योरेंस भी आपको अपना यूज़्ड वाहन चलाते समय थर्ड पार्टी या स्वयं को हुए नुकसान और क्षति से बचाता है. सेकेंड-हैंड बाइक इंश्योरेंस खरीदने से पहले, निम्नलिखित चीज़ें याद रखें:
• सुनिश्चित करें कि नया RC नए मालिक के नाम पर है
• इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) चेक करें
• अगर आपके पास मौजूदा बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो छूट पाने के लिए नो क्लेम बोनस (NCB) ट्रांसफर कराएं
• कई ऐड-ऑन कवर में से चुनें, जैसे - एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस, नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन, ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर आदि
हम आपको एक ऐसी कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी प्रदान करते हैं, जो आपकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करती है. इसके अलावा, यह इंश्योरेंस प्लान आपके टू व्हीलर से संबंधित अप्रत्याशित घटनाओं के मामले में, आपको फाइनेंशियल रूप से सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न लाभ प्रदान करता है.
चरण 1. एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस सेक्शन में जाएं, अपनी सेकेंड हैंड बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें, और 'कोटेशन प्राप्त करें' पर क्लिक करें.
चरण 2: अपनी सेकेंड हैंड बाइक का निर्माता और मॉडल दर्ज करें.
चरण 3: अपनी पिछली सेकेंड हैंड बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का विवरण प्रदान करें.
चरण 4: थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस और कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस प्लान के बीच चुनें.
चरण 5: अब आप अपना बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम देख सकते हैं.
चरण1: एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस प्रोडक्ट पर क्लिक करें और 'पॉलिसी रिन्यू करें' का विकल्प चुनें.
चरण 2: अपनी सेकेंड हैंड बाइक का विवरण दर्ज करें, आवश्यकता के अनुसार ऐड-ऑन कवर शामिल करें या रहने दें, और बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करके यह प्रोसेस पूरा करें.
चरण 3: रिन्यू की गई बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी रजिस्टर्ड ईमेल-ID पर मेल कर दी जाएगी.
अगर आपकी बाइक पुरानी है, तो भी आपको टू व्हीलर इंश्योरेंस खरीदना/रिन्यू करवाना होगा. यह न केवल 1988 के मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार अनिवार्य है, बल्कि अप्रत्याशित घटनाओं के कारण वाहन को होने वाले नुकसान के कारण आने वाले खर्च से भी सुरक्षित करता है. आइए, देखते हैं कि पुरानी बाइक के लिए टू व्हीलर इंश्योरेंस कैसे खरीदें/रिन्यू करवाएं
चरण 1: एचडीएफसी एर्गो वेबसाइट के होम पेज पर बाइक इंश्योरेंस आइकन पर क्लिक करें. अपनी बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर सहित सभी मांगे गए विवरण भरें और फिर "कोटेशन प्राप्त करें" के बटन पर क्लिक करें.
चरण 2: कॉम्प्रिहेंसिव, स्टैंडअलोन ओन डैमेज और थर्ड पार्टी लायबिलिटी कवर में से चुनें.
चरण 3: आप यात्री और पेड ड्राइवर के लिए पर्सनल एक्सीडेंट कवर भी जोड़ सकते हैं. इसके अलावा, अगर आप कॉम्प्रिहेंसिव या ओन डैमेज कवर चुनते हैं, तो आप एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस कवर, ज़ीरो डेप्रिसिएशन आदि जैसे ऐड-ऑन चुनकर पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं
चरण 4: अब आप अपना बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम देख पाएंगे
सुरक्षित पेमेंट गेटवे के माध्यम से प्रीमियम का भुगतान करें.
टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी आपको रजिस्टर्ड ईमेल एड्रेस या व्हॉट्सऐप के माध्यम से भेजी जाएगी.
नया टू व्हीलर इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने के लिए
1. हमारी वेबसाइट पर जाएं और बाइक इंश्योरेंस पेज पर जाएं. अपने टू व्हीलर रजिस्ट्रेशन नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस जैसे विवरण भरें.
1 पॉलिसी के विवरण के साथ आप जिस ऐड-ऑन कवर का विकल्प चुनना चाहते हैं, उसे दर्ज करें.
1 ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से प्रीमियम की राशि का भुगतान करके प्रोसेस पूरा करें.
पॉलिसी के साथ कन्फर्मेशन मेल आपको मेल कर दिया जाएगा.
एचडीएफसी एर्गो के माध्यम से टू व्हीलर इंश्योरेंस को ऑनलाइन रिन्यू करवाने के फायदे:
टू व्हीलर इंश्योरेंस रिन्यूअल का फायदा ₹2000 के जुर्माने से बचने के साथ-साथ और भी कई हैं. अगर आपके टू व्हीलर की इंश्योरेंस पॉलिसी समाप्त हो जाती है और ट्रैफिक पुलिस आपको पकड़ते हैं, तो जुर्माने के तौर पर पहली बार अपराध करने पर ₹2000 और दूसरी बार ₹5000 भरने पड़ सकते हैं. निम्नलिखित बिंदुओं के ज़रिए आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपको समय पर अपने टू व्हीलर इंश्योरेंस को रिन्यू क्यों करना चाहिए और RTO द्वारा जुर्माना भरने से कैसे बचा जा सकता है:
• नो क्लेम बोनस के फायदे पाएं: अगर आप अपने टू व्हीलर इंश्योरेंस को समय पर रिन्यू करते हैं, तो आपको नो क्लेम बोनस का लाभ (NCB) मिलता है, जिसकी मदद से आप अपने प्रीमियम पर पैसों की बचत कर सकते हैं. NCB के फायदे से आपको रिन्यूअल में डिस्काउंट मिलता है. NCB पॉलिसी अवधि के दौरान क्लेम-मुक्त होने पर पुरस्कार की तरह है. पहले साल के लिए आपको 20% का NCB डिस्काउंट मिलता है और अगले पांच साल क्लेम-मुक्त होने पर आप अपने टू व्हीलर इंश्योरेंस के प्रीमियम पर 50% तक की बचत कर सकते हैं. पॉलिसी खत्म होने के 90 दिनों के बाद NCB लाभ समाप्त हो जाते हैं. इसलिए अपने टू व्हीलर इंश्योरेंस को समय पर रिन्यू करवाना न भूलें.
समाप्त हो चुके टू व्हीलर इंश्योरेंस को इसलिए रिन्यू करवाना चाहिए
लगातार कवरेज – अगर आप समाप्त हो चुके टू व्हीलर इंश्योरेंस को समय पर रिन्यू करवाते हैं, तो आपका वाहन बाढ़, चोरी, आग आदि जैसी अप्रत्याशित घटनाओं के कारण होने वाले नुकसान से कवर रहेगा.
नो क्लेम बोनस (NCB) लाभ खोने से बचें – अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को समय पर रिन्यू करवाकर,आप अपने NCB डिस्काउंट को बनाए रख सकते हैं और टू व्हीलर इंश्योरेंस को रिन्यू करवाते समय इसका लाभ उठा सकते हैं. अगर आप पॉलिसी को समाप्ति तिथि के 90 दिनों के भीतर रिन्यू नहीं करवाते हैं, तो आपका NCB डिस्काउंट समाप्त हो जाएगा और आप पॉलिसी रिन्यूअल के दौरान इसका लाभ नहीं उठा पाएंगे.
कानून का पालन – अगर आप समाप्त हो चुकी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ अपनी बाइक चलाते हैं, तो ट्रैफिक पुलिस आप पर ₹2000 तक का जुर्माना लगा सकती है. 1988 के मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, टू व्हीलर मालिकों के पास बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए कम से कम थर्ड पार्टी कवर होना अनिवार्य है.
जब भी आप टू व्हीलर इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने या रिन्यू करने की योजना बनाएं, तो ध्यान दें कि टू व्हीलर इंश्योरेंस की डुप्लीकेट कॉपी हमेशा अपने पास बनाए रखना फायदेमंद होता है. निम्नलिखित तरीकों से आप ऑनलाइन टू-व्हीलर इंश्योरेंस की डुप्लीकेट कॉपी प्राप्त कर सकते हैं
• चरण 1: हमारी वेबसाइट पर जाएं.
• चरण 2: फिर होमपेज पर सहायता बटन आइकन पर क्लिक करें. फिर पॉलिसी की कॉपी ईमेल/ डाउनलोड करें पर क्लिक करें.
• चरण 3: अपनी पॉलिसी का विवरण दर्ज करें जैसे पॉलिसी नंबर, मोबाइल नंबर, आदि.
• चरण 4: फिर, OTP दर्ज करें. इसके अलावा, अगर पूछा जाए तो अपनी प्रोफाइल सत्यापित करें.
• चरण 5: सत्यापन के बाद, अपनी टू-व्हीलर पॉलिसी देखें, प्रिंट करें या डाउनलोड करें.
अगर आप टू व्हीलर इंश्योरेंस खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपको पहले लॉन्ग टर्म और वार्षिक बाइक इंश्योरेंस प्लान के बीच अंतर को समझना चाहिए. नीचे दी गई टेबल में दिखाई गई तुलना आपको सूचित निर्णय लेने में मदद करेगी.
विशेषताएं | 1 वर्ष की पॉलिसी | लॉन्ग टर्म पॉलिसी |
पॉलिसी रिन्यूअल की तिथि | वार्षिक बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को हर साल रिन्यू करना होता है. | लॉन्ग टर्म टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए आपको केवल तीन या पांच वर्षों में एक बार प्रीमियम का भुगतान करना होगा, जिससे आप पॉलिसी के लैप्स होने से बच जाते हैं. |
सुविधाजनक | शॉर्ट टर्म बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ आप अपने प्लान को संशोधित कर सकते हैं. | लॉन्ग टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बाद, आप इसे तीन या पांच वर्षों तक संशोधित नहीं कर सकते हैं. |
लागत-प्रभावशीलता | एक वर्ष की इंश्योरेंस पॉलिसी में वार्षिक आधार पर कीमत में बढ़ोत्तरी होने की संभावना रहती है | लॉन्ग-टर्म बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी लागत-प्रभावी होती है, क्योंकि यह वार्षिक प्रीमियम में होने वाली बढ़ोत्तरी को रोकती है, जो IRDAI द्वारा लगाई जा सकती है. |
ऐड-ऑन्स | 1 वर्ष की बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी में आप ऐड-कवर को हर साल जोड़ या हटा सकते हैं. | लॉन्ग टर्म पॉलिसी में, आप केवल पॉलिसी खरीदते समय ऐड-ऑन कवर खरीद सकते हैं |
नो क्लेम बोनस डिस्काउंट | यहां NCB डिस्काउंट लॉन्ग टर्म पॉलिसी की तुलना में कम है. | इसमें लॉन्ग टर्म पॉलिसी की तुलना में NCB डिस्काउंट की दर अधिक होती है. |
इंश्योरेंस प्रदाता पॉलिसीधारक को ज़िम्मेदार ड्राइविंग के लिए प्रोत्साहन प्रदान करते हैं, जिसे नो क्लेम बोनस (NCB) कहा जाता है. यह बोनस बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को कम कर देता है. अगर इंश्योर्ड व्यक्ति द्वारा पिछली पॉलिसी वर्ष के दौरान कोई क्लेम नहीं किया जाता है, तो उसे NCB लाभ प्राप्त हो सकता है. अगर आप लगातार पांच वर्षों तक कोई क्लेम नहीं करते हैं, तो NCB डिस्काउंट 50% तक हो जाता है.
सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि NCB आपको तुलनात्मक रूप से काफी कम कीमत में समान स्तर का कवरेज प्राप्त करने में मदद करता है. इसके अलावा, अगर आप पॉलिसी को समाप्ति तिथि के 90 दिनों के भीतर रिन्यू नहीं करवाते हैं, तो NCB डिस्काउंट समाप्त हो जाता है.
बाइक के लिए NCB स्लैब
क्लेम फ्री वर्ष | NCB डिस्काउंट (%) |
1st वर्ष के बाद | 20% |
2nd वर्ष के बाद | 25% |
3rd वर्ष के बाद | 35% |
4th वर्ष के बाद | 45% |
5th वर्ष के बाद | 50% |
उदाहरण: श्री A अपनी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू करवाते हैं. उनकी पॉलिसी का दूसरा वर्ष है और उन्होंने कोई क्लेम नहीं किया है. अब वे टू व्हीलर इंश्योरेंस रिन्यूअल पर 20% की छूट का लाभ उठा सकते हैं. इसके अलावा, अगर वे अपनी पॉलिसी को समाप्ति तिथि के 90 दिनों के बाद रिन्यू करवाते हैं, तो वे अपने NCB लाभों का उपयोग नहीं कर पाएंगे.
बाइक की इंश्योरेंस पॉलिसी में IDV या इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू, वह अधिकतम राशि है, जिसके लिए आपकी मोटरसाइकिल को इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कवर किया जा सकता है. अगर टू-व्हीलर खो जाता है या चोरी हो जाता है, और यह वापस नहीं मिलता है, तो इस स्थिति में आपको इंश्योरेंस की तरफ से इस राशि का भुगतान प्राप्त होता है. दूसरे शब्दों में, आपकी बाइक की इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू उसकी मौजूदा मार्केट वैल्यू होती है.
यूं तो बाइक की वास्तविक IDV की गणना IRDAI द्वारा प्रकाशित फॉर्मूला का उपयोग करके की जाती है, लेकिन आपके पास इस वैल्यू को 15% मार्जिन तक बदलने का विकल्प होता है.
अगर इंश्योरर और इंश्योर्ड व्यक्ति उच्च IDV पर पारस्परिक रूप से सहमत हैं, तो आपको कुल नुकसान या चोरी की स्थिति में क्षतिपूर्ति के रूप में एक बड़ी राशि मिलेगी. फिर भी, आपको सलाह दी जाती है कि मनमाने तरीके से IDV न बढ़ाएं क्योंकि इसके लिए आपको उच्च प्रीमियम का भुगतान करना होगा.
दूसरी ओर, आपको केवल प्रीमियम कम करने के लिए IDV को कम नहीं करना चाहिए. ऐसा करने पर, आपको चोरी या नुकसान के मामले में पर्याप्त क्षतिपूर्ति नहीं मिलेगी, और आपको नई बाइक लेने के लिए जेब से अधिक भुगतान करना होगा. साथ ही, सभी क्लेम IDV के अनुपात में ही सेटल किए जाएंगे.
IDV की गणना
बाइक इंश्योरेंस की IDV की गणना, उस समय के लिस्टेड सेलिंग प्राइस के अनुसार पर की जाती है, जो वाहन के पहली बार खरीदे जाने और तब से बीते हुए समय की गणना पर आधारित होती है. डेप्रिसिएट की जाने वाली राशि का निर्धारण IRDAI द्वारा किया जाता है. डेप्रिसिएशन का वर्तमान शिड्यूल नीचे दिया गया है:
वाहन कितना पुराना है | IDV निर्धारित करने के लिए डेप्रिसिएशन का % |
6 महीने से कम | 5% |
6 महीने से ज़्यादा लेकिन 1 वर्ष से कम | 15% |
1 वर्ष से अधिक पुरानी, लेकिन 2 वर्ष से कम | 20% |
2 वर्ष से ज़्यादा लेकिन 3 वर्ष से कम | 30% |
3 वर्ष से ज़्यादा लेकिन 4 वर्ष से कम | 40% |
3 वर्ष से ज़्यादा लेकिन 4 वर्ष से कम | 50% |
उदाहरण – श्री A ने अपने स्कूटर के लिए ₹80,000 की IDV निर्धारित की है, अगर उनकी बाइक को चोरी, आग या किसी अप्रत्याशित घटना के कारण नुकसान होता है, तो इंश्योरेंस प्रदाता श्री A को क्षतिपूर्ति की अधिकतम राशि का भुगतान करेगा, क्योंकि उन्होंने मार्केट सेलिंग प्राइस के अनुसार अपनी IDV सही बनाए रखा है. लेकिन, श्री A को उच्च प्रीमियम का भुगतान करना होगा. अगर श्री A अपनी स्कूटर की IDV राशि को कम कर देते हैं, तो उन्हें क्लेम सेटलमेंट के दौरान इंश्योरेंस प्रदाता से अधिक क्षतिपूर्ति प्राप्त नहीं होगी, लेकिन इस परिस्थिति में उसका प्रीमियम कम होगा.
अगर आप कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ ऐड-ऑन कवर का विकल्प चुनना चाहते हैं, तो आपको ज़ीरो डेप्रिसिएशन और रिटर्न टू इनवॉइस (RTI) जैसे लोकप्रिय राइडर के बीच के अंतर को समझना होगा.
कारक | ज़ीरो डेप्रिसिएशन | रिटर्न टू इनवॉइस (RTI) |
परिभाषा | ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर बाइक की डेप्रिसिएशन वैल्यू पर ध्यान दिए बिना क्लेम सेटलमेंट को आसान बनाता है. | अगर आपकी बाइक चोरी हो जाती है या इतनी क्षतिग्रस्त हो गई है कि इसकी मरम्मत तक नहीं हो सकती है, ऐसी स्थिति में RTI कवर IDV के आधार पर इंश्योर्ड व्यक्ति को लंपसम क्लेम राशि प्रदान करता है. |
कवरेज की अवधि | ज़ीरो डेप्रिसिएशन आमतौर पर 5 वर्षों तक कवरेज देता है. | रिटर्न टू इनवॉइस 3 वर्ष या उससे कम समय के लिए कवरेज प्रदान करता है. |
यह किसके लिए है? | आमतौर पर 5 वर्ष से कम पुरानी बाइक के लिए लाभदायक. | आमतौर पर नई बाइक या 3 वर्ष से कम पुरानी बाइक के लिए लाभदायक. |
यह कैसे काम करता है? | ज़ीरो डेप्रिसिएशन डेप्रिसिएटेड वैल्यू और रिपेयर की लागत के बीच के अंतर को कवर करता है. | यह क्लेम सेटलमेंट के दौरान IDV और टू-व्हीलर की इनवॉइस वैल्यू के बीच अंतर पूरा करने में मदद करता है. |
डेप्रिसिएशन समय के साथ सामान्य टूट-फूट के कारण आपकी बाइक की कीमत में होने वाली कमी है.
सबसे लोकप्रिय 2 व्हीलर इंश्योरेंस ऐड-ऑन कवर में से एक है ज़ीरो डेप्रिसिएशन टू व्हीलर इंश्योरेंस, जिसे "शून्य डेप्रिसिएशन" भी कहा जाता है. कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस या स्टैंडअलोन ओन डैमेज टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ, ज़ीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवरेज उपलब्ध है.
आपकी बाइक के सभी पार्ट्स को 100% पर इंश्योर्ड किया जाता है, सिवाय टायर, ट्यूब और बैटरी को छोड़कर, जिन्हें 50% डेप्रिसिएशन पर इंश्योर्ड किया जाता है.
आपको बिना किसी कटौती के बाइक इंश्योरेंस क्लेम सेटलमेंट की पूरी राशि पाने के लिए अपने बेसिक बाइक इंश्योरेंस प्लान में ज़ीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवर अवश्य शामिल करना चाहिए.
ज़ीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवरेज का विकल्प किसे चुनना चाहिए?
• नए मोटरबाइक चालक
• टू व्हीलर्स के नए मालिक
• दुर्घटना की संभावना वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोग
• जो लोग महंगे इक्विपमेंट वाले लग्जरी टू व्हीलर के मालिक हैं
एमरजेंसी असिस्टेंस सर्विस या रोडसाइड असिस्टेंस कवर एक ऐड-ऑन कवर है, जिसे आप स्टैंडअलोन ओन-डैमेज और कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ खरीद सकते हैं. यह ऐड-ऑन कवर इस प्रकार बनाया गया है कि किसी हाईवे के बीच में ब्रेकडाउन हो जाने पर पॉलिसीधारक को सहायता प्रदान करता है. किसी रिमोट या अनजाने क्षेत्र में इस प्रकार की परेशानियों का सामना होने पर यह विशेष तौर पर काम में आता है. एमरजेंसी असिस्टेंस कवर ऐसे व्यक्ति के लिए लाभदायक है जो हर रोज लंबी राइड पर जाते हैं या हर दिन अपने टू व्हीलर से काम करने के लिए लंबी दूरी तय करते हैं. ऐड-ऑन के रूप में, एमरजेंसी असिस्टेंस सर्विस से आपका कुल प्रीमियम बढ़ जाएगा, लेकिन इसके कई फायदे भी हैं. एमरजेंसी असिस्टेंस कवर के साथ, अगर आपका वाहन यात्रा के दौरान खराब हो जाता है, तो इंश्योरेंस प्रदाता ब्रेकडाउन असिस्टेंस, टोइंग, फ्यूल रिप्लेसमेंट, मामूली रिपेयर आदि जैसी सेवाएं प्रदान करता है.
एमरजेंसी असिस्टेंस कवर | एमरजेंसी असिस्टेंस वाइडर कवर |
एमरजेंसी असिस्टेंस कवर के साथ, अगर पॉलिसीधारक का वाहन हाईवे के बीच खराब हो जाता है, तो इंश्योरेंस प्रदाता टोइंग, मैकेनिकल रिपेयर, फ्यूल रिप्लेसमेंट आदि जैसी सहायता प्रदान करता है. | अगर इंश्योर्ड वाहन की चाबी खो जाती है, तो पॉलिसीधारक के पास एमरजेंसी असिस्टेंस वाइडर कवर होने पर इंश्योरेंस प्रदाता वैकल्पिक चाबी की व्यवस्था करेगा. |
आपकी यात्रा के दौरान वाहन खराब हो जाने पर आपको टायर रिपेयर, मामूली रिपेयर, टोइंग आदि जैसी सहायता मिलेगी. | पुलिस रिपोर्ट सबमिट करने के अधीन केवल स्पेयर चाबियां प्रदान की जाती है. |
लंबी दूरी के चालकों और अपनी बाइक से हर दिन लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों के लिए लाभदायक है. | इस कवर का लाभ केवल वैकल्पिक चाबी की व्यवस्था तक ही सीमित है. |
A legal liability cover for a paid driver implies that if a policyholder has hired a driver to drive your bike and he/she meets with an accident while driving it, then the insurer will compensate for their injury/loss of life. Legal liability cover for paid drivers is an add-on insurance cover that provides coverage to a driver in case of injury, disability, or death. It's available from insurance companies and is based on the Workmen's Compensation Act, 1923, Fatal Accidents Act, 1855, and Common Law.
हमारे 4 चरणों के प्रोसेस और क्लेम सेटलमेंट के शानदार रिकॉर्ड के कारण आप अब क्लेम से संबंधित चिंताओं को भूलकर आसानी से अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी पर क्लेम कर सकते हैं!
अगर नुकसान गैर-कानूनी गतिविधियों, जैसे लापरवाही से वाहन चलाने, स्टंट करने या रेसिंग के कारण हुआ है, तो आपके क्लेम को अस्वीकार किया जा सकता है
बाइक इंश्योरेंस में कैशलेस क्लेम के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा
• संपत्ति के नुकसान, शारीरिक चोट, चोरी और बड़े नुकसान के मामले में नज़दीकी पुलिस स्टेशन पर FIR दर्ज कराएं.
• हमारी वेबसाइट पर नेटवर्क गैरेज ढूंढें.
• अपने वाहन को चला कर या खिंचवा कर नज़दीकी नेटवर्क गैरेज तक लाएं.
• सभी सर्वेक्षण और मूल्यांकन हमारे सर्वेक्षक द्वारा किए जाएंगे.
• क्लेम फॉर्म भरें और फॉर्म में उल्लिखित संबंधित डॉक्यूमेंट प्रदान करें.
• क्लेम के प्रत्येक चरण पर आपको SMS/ईमेल के माध्यम से अद्यतित किया जाएगा.
• एक बार वाहन तैयार हो जाने के बाद, गैरेज को अनिवार्य डिडक्टिबल, डेप्रिसिएशन आदि का भुगतान करें अपने वाहन के साथ सैर पर निकल पड़ें. बकाया राशि का सीधे नेटवर्क गैरेज को हम भुगतान करेंगे
• अपने तैयार रिकॉर्ड के लिए पूरे ब्रेकअप के साथ क्लेम कंप्यूटेशन शीट प्राप्त करें.
निम्नलिखित स्थितियों में टू व्हीलर इंश्योरेंस का क्लेम करने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट की लिस्ट इस प्रकार है:
• टू व्हीलर इंश्योरेंस का प्रमाण
• सत्यापन के लिए बाइक की RC और ओरिजिनल टैक्स रसीदों की कॉपी
• थर्ड पार्टी की मृत्यु, क्षति और शारीरिक चोटों के मामले में पुलिस FIR की रिपोर्ट
• आपके ओरिजिनल ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी
• मरम्मत का अनुमान.
• मरम्मत के बिलों की रसीदें
• टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के ओरिजिनल डॉक्यूमेंट
• संबंधित रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस से थेफ्ट एंडोर्समेंट
• ओरिजिनल RC की टैक्स भुगतान रसीद
• सर्विस बुकलेट/बाइक की चाबी और वारंटी कार्ड
• पिछले टू व्हीलर इंश्योरेंस के विवरण, जैसे- टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी का नंबर, इंश्योरेंस कंपनी के विवरण और पॉलिसी अवधि की जानकारी
• पुलिस FIR/ JMFC रिपोर्ट/ अंतिम जांच रिपोर्ट
• चोरी के बारे में संबंधित RTO को संबोधित करके लिखे गए लेटर की एक अप्रूव्ड कॉपी, जिसमें बाइक को "नॉन-यूज़" घोषित किया गया हो
• बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के ओरिजिनल डॉक्यूमेंट
• बाइक के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की सॉफ्ट कॉपी
• राइडर के ड्राइविंग लाइसेंस की सॉफ्ट कॉपी
• फोटो या वीडियो के माध्यम से घटना के प्रमाण दें
• FIR (अगर आवश्यक हो)
• फायर ब्रिगेड की रिपोर्ट (अगर हो तो)
ब्रोशर | क्लेम फॉर्म | पॉलिसी नियमावली |
ब्रोशर में इंश्योरेंस पॉलिसी की प्रमुख विशेषताओं, कवरेज और कटौतियों के बारे में जानकारी प्राप्त करें. टू व्हीलर इंश्योरेंस ब्रोशर आपको हमारी पॉलिसी के बारे में गहराई से जानने में मदद करेगा. . | टू व्हीलर इंश्योरेंस क्लेम फॉर्म लेकर अपनी क्लेम प्रोसेस को आसान बनाएं. | टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत नुकसान कवरेज प्राप्त करने की स्थितियों और शर्तों के बारे में जानना ज़रूरी है. कृपया नियम व शर्तों को जानने के लिए टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी की शब्दावली देखें. |
आप वाहन की वर्तमान मार्केट वैल्यू से डेप्रिसिएशन को घटाकर अपनी बाइक की IDV की गणना कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन की लागत, रोड टैक्स और इंश्योरेंस की लागत IDV में शामिल नहीं होती हैं. इसके अलावा, अगर कोई एक्सेसरीज़ बाद में फिट की गई हैं, तो उनके IDV की गणना अलग से की जाएगी.
बाइक की आयु | डेप्रिसिएशन % |
6 महीने और उससे कम | 5% |
6 महीने से 1 साल | 15% |
1-2 वर्ष | 20% |
2-3 वर्ष | 30% |
3-4 वर्ष | 40% |
4-5 वर्ष | 50% |
5+ वर्ष | इंश्योरर और पॉलिसीधारक द्वारा तय किया गया IDV |
इसलिए, अगर आप टू व्हीलर इंश्योरेंस को रिन्यू करना चाहते हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि इंश्योरर को सही IDV बताएं, क्योंकि आपकी क्लेम राशि इस पर निर्भर करती है. दुर्भाग्यवश, अगर दुर्घटना के दौरान आपका वाहन चोरी हो जाता है या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो आपका इंश्योरर आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी IDV पर उल्लिखित पूरी राशि आपको रिफंड करेगा.
डेप्रिसिएशन का अर्थ होता है, उपयोग के वर्षों में आपके वाहन और इसके पार्ट्स के मूल्य में कमी. क्लेम करते समय, आपको अपनी जेब से बड़ी राशि का भुगतान करना पड़ सकता है, क्योंकि इंश्योरेंस कंपनी क्षतिग्रस्त पार्ट्स पर लगाए गए डेप्रिशिएशन राशि की कटौती करती है. लेकिन बाइक के लिए कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के तहत ऐड-ऑन के रूप में ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर का विकल्प चुनने से आपको जेब से पैसे खर्च नहीं करने पड़ते हैं. यह इसलिए है क्योंकि इंश्योरेंस कंपनी इस कवर के तहत क्षतिग्रस्त पार्ट्स पर लगाए गए डेप्रिसिएशन राशि को वहन करेगी.
NCB क्लेम-मुक्त पॉलिसी अवधि के लिए इंश्योरर द्वारा प्रीमियम पर दी गई छूट है. नो क्लेम बोनस के तहत 20-50% तक की छूट मिल सकती है और यह ऐसी छूट होती है, जो पिछले पॉलिसी वर्ष के दौरान कोई क्लेम नहीं करने के बाद आपको पॉलिसी की अवधि के अंत में प्राप्त होती है.
अपनी पहली कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने पर ही आपको नो-क्लेम बोनस नहीं मिलेगा; बल्कि आप इसे केवल बाइक इंश्योरेंस रिन्यूअल पर ही प्राप्त कर सकते हैं. अगर आप नई बाइक खरीदते हैं, तो आपको एक नई बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी जारी की जाएगी, लेकिन आप अभी भी पुरानी बाइक या पॉलिसी पर जमा NCB का लाभ उठा सकते हैं. अगर आप पॉलिसी की समाप्ति की वास्तविक तिथि से 90 दिनों के भीतर अपने स्कूटर इंश्योरेंस या बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू नहीं करते हैं, तो इस मामले में, आपको NCB के लाभ प्राप्त नहीं होंगे.
आपको कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के पहले रिन्यूअल के बाद ही NCB प्राप्त होता है. ध्यान दें कि NCB विशेष रूप से आपके प्रीमियम के नुकसान के भाग पर लागू होता है, जो बाइक के IDV के आधार पर गणना किया गया प्रीमियम है, जिसकी गणना बाइक के टूट-फूट की लागत को घटाकर की जाती है. थर्ड पार्टी कवर प्रीमियम पर बोनस लागू नहीं होता है. आप पहले क्लेम-फ्री वर्ष के बाद अपने प्रीमियम पर 20% की छूट प्राप्त कर करते हैं. प्रत्येक वर्ष पॉलिसी रिन्यूअल के समय छूट 5-10% तक बढ़ जाता है (जैसा कि नीचे टेबल में दिखाया गया है). पांच वर्षों के बाद, आपकी छूट नहीं बढ़ेगी, भले ही आपने एक वर्ष में कोई क्लेम नहीं किया हो.
क्लेम फ्री वर्ष | नो क्लेम बोनस |
1 साल के बाद | 20% |
2 सालों के बाद | 25% |
3 सालों के बाद | 35% |
4 सालों के बाद | 45% |
5 सालों के बाद | 50% |
आप कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत इस कवर का लाभ उठा सकते हैं. इस ऐड-ऑन कवर के साथ, एचडीएफसी एर्गो आपको एमरजेंसी ब्रेकडाउन समस्याओं से निपटने के लिए चौबीसों घंटे सहायता प्रदान करता है. एमरजेंसी असिस्टेंस कवर में ऑन-साइट मामूली रिपेयर, खोए हुए चाबी की सहायता, डुप्लीकेट चाबी से जुड़ी समस्याएं, टायर में बदलाव, बैटरी जंप स्टार्ट, फ्यूल टैंक का खाली होना और टोइंग शुल्क शामिल हैं. उदाहरण के लिए, अगर कोई दुर्घटना हो जाती है और अपनी बाइक/स्कूटर को नुकसान पहुंचता है, तो इसे गैरेज में ले जाना होगा. इस ऐड-ऑन कवर के साथ, आप इंश्योरर को कॉल कर सकते हैं, और वे आपके वाहन को आपके द्वारा घोषित रजिस्टर्ड एड्रेस से 100 किमी तक के नज़दीकी गैरेज में ले जाएंगे.
ड्राइविंग लाइसेंस (DL) एक कानूनी डॉक्यूमेंट है, जो किसी व्यक्ति को सड़क पर वाहन चलाने के लिए अधिकृत करता है. सार्वजनिक सड़कों पर कानूनी रूप से वाहन चलाने के लिए, भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है. लर्नर लाइसेंस सीखने के लिए जारी किया जाता है. लर्नर लाइसेंस जारी होने के एक महीने बाद, व्यक्ति को RTO प्राधिकरण के सामने टेस्ट के लिए जाना होता है, जहां उचित टेस्ट के बाद, यह बताया जाता है कि आपने टेस्ट पास की है या नहीं. टेस्ट पास करने पर, व्यक्ति को स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त होता है. मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, लाइसेंस के बिना वाहन चलाने वाला व्यक्ति इंश्योरेंस का क्लेम नहीं कर सकता है. अगर आपके साथ दुर्घटना हुई हो और आपके पास DL नहीं है, तो आप थर्ड पार्टी क्लेम के लिए पात्र नहीं हैं. ऐसे किसी भी इंश्योरेंस क्लेम को इंश्योरेंस कंपनी द्वारा अस्वीकार कर दिया जाएगा और आप थर्ड पार्टी को होने वाले नुकसान के लिए राशि का भुगतान करने के लिए स्वयं उत्तरदायी होंगे.
रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) भारत सरकार का एक ऐसा विभाग है, जो भारत के विभिन्न राज्यों के लिए ड्राइवर और वाहनों के डेटाबेस को मेंटेन करने का काम करता है. इसके अलावा, RTO ड्राइविंग लाइसेंस जारी करता है, वाहनों से एक्साइज़ ड्यूटी का कलेक्शन करता है और पर्सनलाइज़्ड रजिस्ट्रेशन बेचता है. इसके साथ-साथ, RTO वाहनों के इंश्योरेंस की जांच करता है और पोल्यूशन टेस्ट भी पास करता है.
वाहन पहचान संख्या (VIN) हरेक वाहन के लिए एक विशिष्ट पहचान संख्या होती है. आप ड्राइवर के पास स्थित डोरजैम्ब या विंडशील्ड या रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पर VIN नंबर देख सकते हैं. VIN में 17 अक्षर (संख्याएं और अक्षर) होते हैं, जो वाहन के लिए एक विशिष्ट पहचानकर्ता के रूप में कार्य करते हैं. VIN कार की अनूठी विशेषताएं, विशिष्ट विवरण और निर्माता दर्शाता है.
बाइक का इंजन नंबर वाहन के इंजन पर अंकित फैक्ट्री-निर्दिष्ट नंबर होता है. बाइक इंजन नंबर का उपयोग पहचान के लिए भी किया जाता है. हालांकि, वाहन की पहचान संख्या और इसे लेकर आपको भ्रमित नहीं होना चाहिए. यह अक्सर इंजन के साइड या एकदम नीचे, क्रैंककेस या सिलिंडर हेड के पास स्थित होता है
बाइक का चेसिस नंबर, जिसे फ्रेम नंबर भी कहा जाता है, 17-अंकों का एक विशिष्ट कोड होता है, जो बाइक की हैंडल या मोटर के पास स्थित हो सकता है. चेसिस नंबर में बाइक का मेक, मॉडल, वर्ष और अन्य विशिष्ट विवरण शामिल होते हैं.
बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी नंबर आपके इंश्योरेंस प्लान से जुड़ा एक यूनीक कोड है. आपकी इंश्योरेंस कंपनी इंश्योरेंस क्लेम और लागत को ट्रैक करने और प्रोसेस करने के लिए आपके पॉलिसी नंबर का उपयोग करती है.
एमरजेंसी असिस्टेंस वाइडर कवर, जिसे की रिप्लेसमेंट कवर भी कहा जाता है, एक ऐड-ऑन कवर है जो इंश्योर्ड वाहन की चाबी खो जाने या चोरी होने पर आपकी मदद करता है.
पर्सनल एक्सीडेंट कवर एक टू व्हीलर इंश्योरेंस कवर है जो इंश्योर्ड व्यक्ति के वाहन से होने वाली दुर्घटना में चोट या मृत्यु के मामले में वाहन के मालिक या आश्रितों को क्षतिपूर्ति करता है.
यह पॉलिसी इंश्योर्ड व्यक्ति/प्रॉपर्टी को हुए नुकसान से सुरक्षा प्रदान करती हैं, यहां तक कि इंश्योर्ड व्यक्ति के वाहन के कारण हुई दुर्घटना के मामले में थर्ड पार्टी की मृत्यु के मामले में भी कवरेज पेश करती है. यह बाइक इंश्योरेंस में एक लायबिलिटी कवर है, जो आपके वाहन को होने वाले नुकसान या क्षति को कवर नहीं करता है.
अनिवार्य डिडक्टिबल राशि इंश्योरेंस प्रदाता द्वारा निर्धारित की जाती है और जब भी कोई क्लेम होता है, तब इंश्योर्ड व्यक्ति को अनिवार्य रूप से भुगतान करना होता है. IRDA (इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने अनिवार्य बाइक इंश्योरेंस डिडक्टिबल के रूप में न्यूनतम ₹100 की राशि निर्धारित की है.
मोटरसाइकिल कोलिजन कवरेज आपको उन मामलों में कवरेज प्रदान करती है जिनमें आपकी बाइक दूसरे वाहनों या चीज़ों से टकरा जाती है, जैसे कि बाड़, पेड़ या रेलिंग से टक्कर, चाहे इसमें किसी की भी गलती हो.
रेंटल रीइम्बर्समेंट कवरेज आपको रेंटल कार या पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन किराया जैसे परिवहन खर्चों का भुगतान करने में मदद करता है, जब कवर किए गए इंश्योरेंस क्लेम के बाद आपकी टू-व्हीलर मरम्मत की जा रही होती है.
बाइक इंश्योरेंस कोटेशन, इंश्योर्ड व्यक्ति द्वारा चुने गए बाइक इंश्योरेंस कवरेज और उनके द्वारा दर्ज किए गए विवरण के लिए देय प्रीमियम का अनुमान होता है. देय प्रीमियम की राशि वेरिएंट, मेक, मॉडल, प्लान, चुने गए ऐड-ऑन कवर आदि जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है.
गियरलेस बाइक चलाना आसान है और यहां राइडर को ड्राइविंग करते समय क्लच और शिफ्ट गियर का उपयोग नहीं करना पड़ता है. गियरलेस बाइक ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आती हैं. गियर वाला मोटरसाइकिल चलाने के लिए, आपके पास एक विशिष्ट ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए.
एक्चुअल कैश वैल्यू (ACV) रिप्लेसमेंट लागत (RC) माइनस डेप्रिसिएशन है. किसी भी नए वाहन की तरह नई मोटरसाइकिल खरीदते समय, डीलरशिप से बाहर निकलते ही उस बाइक की वैल्यू कम हो जाती है.
बाइक की एग्रीड वैल्यू या इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू निर्माता द्वारा घोषित सूचीबद्ध बिक्री कीमत पर निर्भर करती है. इसकी गणना पॉलिसी अवधि की शुरुआत में या पॉलिसी रिन्यूअल के दौरान की जाती है और फिर डेप्रिसिएशन के साथ एडजस्ट की जाती है.
एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) व्हील को लॉक होने से रोकने के लिए प्रेशर एडजस्ट करता है, साथ ही मोटर साइकिल की स्थिरता बनाए रखने में मदद करता है. देखने में आया है कि ABS टेक्नोलॉजी वाली मोटर साइकिल के कारण सड़क दुर्घटना में कमी आई है.
टू व्हीलर इंश्योरेंस में गेस्ट पैसेंजर लायबिलिटी विशेष रूप से तैयार की गई है, ताकि शारीरिक चोटों के लिए कवरेज प्रदान किया जा सके या दुर्घटना के कारण पिलियन राइडर की मृत्यु या विशिष्ट जोखिमों से सुरक्षा दी जा सके.
बाइक वेरिएंट उस बाइक के मॉडल टाइप को दर्शाता है. वेरिएंट मॉडल के विशिष्ट फीचर्स को दर्शाता है. उदाहरण के लिए, बेसिक वेरिएंट ABS के बिना होगा, जबकि उच्च वेरिएंट में ABS और डिजिटल स्पीडोमीटर हो सकते हैं.
ग्रेस पीरियड इंश्योरेंस पॉलिसी की समाप्ति तिथि के बाद इंश्योर्ड व्यक्ति को दिया जाने वाला 30 दिनों का एक्सटेंशन है. इन 30 दिनों के भीतर, आपको आवश्यक प्रीमियम भुगतान पूरा करके अपने बाइक इंश्योरेंस को रिन्यू करना होगा.