Bike insurance or two wheeler insurance covers damages to your vehicle from natural calamities or man-made disasters. With the ongoing monsoon season, having a two wheeler insurance policy becomes essential due to an increasing number of potholes on the road and higher probability of floods in most parts of India. Natural catastrophe like floods, earthquakes, cyclones and storms can damage your two wheeler thereby leading to huge loss of expense. Hence, it is wise to have a bike insurance policy for your two wheeler. Furthermore, unforeseen scenarios like burglary, fire, theft, vandalism, road accidents, etc., can cause significant damage to your vehicle. With two wheeler insurance policy, you can ride with peace of mind as the insurer will bear the complete cost of repair expenses due to these aforementioned events. Also, riding 2 wheeler insurance policy without third party two wheeler insurance policy is a punishable offence as per the Motor Vehicles Act of 1988. Therefore, buy or renew bike insurance online if it's nearing expiry. A two wheeler insurance policy will cover your vehicle against own damages and third party liabilities. It is indeed necessary to have a bike insurance policy.
आप कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस, थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस कवर और स्टैंडअलोन ओन-डैमेज कवर में से चुन सकते हैं. लेकिन, हम आपको कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस खरीदकर अपने वाहन की पूरी सुरक्षा देने की सलाह देंगे. आप अपनी टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी को बेहतर बनाने के लिए नो क्लेम बोनस सुरक्षा, एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस, ज़ीरो डेप्रिसिएशन आदि जैसे विशिष्ट ऐड-ऑन जोड़कर, अपनी कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं. एचडीएफसी एर्गो सभी प्रकार के टू-व्हीलर, जैसे मोटरसाइकिल, मोपेड बाइक/स्कूटर, इलेक्ट्रिक बाइक/स्कूटर आदि के लिए टू व्हीलर इंश्योरेंस प्रदान करता है जिसमें आपको 2000 से भी ज़्यादा कैशलेस गैरेजों का विशाल नेटवर्क मिलता है
प्रमुख विशेषताएं | एचडीएफसी एर्गो टू व्हीलर इंश्योरेंस के लाभ |
क्लेम सेटलमेंट | AI-आधारित टूल आइडिया |
ओन डैमेज कवर | दुर्घटना और प्राकृतिक या मानव-निर्मित आपदाओं के लिए कवरेज |
थर्ड पार्टी डैमेज कवर | थर्ड पार्टी की चोट और प्रॉपर्टी के नुकसान को कवर करता है |
यूनिक ऐड-ऑन का विकल्प | इन ऐड-ऑन में से चुनकर बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को कस्टमाइज़ करें, जैसे-ज़ीरो डेप्रिसिएशन एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस आदि. |
क्लेम सेटलमेंट अनुपात | 100% क्लेम सेटलमेंट अनुपात^ |
बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम | ₹538 से शुरू* |
पर्सनल एक्सीडेंट कवर | ₹15 लाख तक~* |
कैशलेस गैरेज नेटवर्क | पूरे भारत में 2000+ ˇ |
पॉलिसी खरीदने का समय | 3 मिनट से कम |
रिपेयर सर्विस | डोर स्टेप टू व्हीलर रिपेयर्स° |
एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस°° | एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस के साथ आप कहीं भी और कभी भी अपनी बाइक की मरम्मत करवा सकते हैं. |
नो क्लेम बोनस | 50% तक |
IDV कस्टमाइज़ेशन | हां |
खरीदने और रिन्यू करने का प्रोसेस | ऑनलाइन |
लायबिलिटी कवर | हां |
ऐड-ऑन कवर | 8 ऐड-ऑन कवर |
एचडीएफसी एर्गो 4 प्रकार के टू व्हीलर इंश्योरेंस प्रदान करता है. ये हैं- कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस,थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, स्टैंडअलोन ओन डैमेज कार, और ब्रांड न्यू बाइक के लिए कवर. आप अपने कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस में ऐड-ऑन कवर जोड़कर अपनी बाइक की सुरक्षा को और बेहतर बना सकते हैं.
कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस
थर्ड पार्टी कवर
स्टैंडअलोन ओन डैमेज कवर
ब्रांड न्यू बाइक्स के लिए कवर
कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ, आपके टू व्हीलर को चोरी, आग, प्राकृतिक या कृत्रिम आपदाओं से सुरक्षित किया जाएगा. इसके अलावा, आप भारत में नेटवर्क गैरेज में अपने वाहन की कैशलेस मरम्मत करवा सकते हैं.
कानून (भारतीय मोटर वाहन अधिनियम, 1988) के अनुसार भारत में कम से कम थर्ड पार्टी लायबिलिटी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी लेना अनिवार्य है. हालांकि, आपको कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी लेने की सलाह दी जाती है.
क्या कोई दुर्घटना हुई है? चिंता न करें, हम दुर्घटना में आपकी बाइक को होने वाले नुकसान को कवर करते हैं.
भरोसा रखें, हम आग या विस्फोट की स्थिति में आपके पैसे पर आंच नहीं आने देंगे, आपकी बाइक को कवर करेंगे.
आपकी बाइक का चोरी होना, सबसे दुखद बात हो सकती है, लेकिन कवरेज के जरिए हम सुनिश्चित करते हैं कि आपकी मन की शांति भंग न हो.
आप विपत्तियों से अपनी बाइक को नहीं बचा सकते, लेकिन अपना पैसा ज़रूर बचा सकते हैं!
आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, टू व्हीलर दुर्घटना के कारण चोटों के मामले में हम आपके उपचार शुल्क को कवर करते हैं.
थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी या व्यक्ति को नुकसान पहुंचा है? हम थर्ड पार्टी व्यक्ति को आई चोट या थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी को होने वाले नुकसान को कवर करते हैं.
80% कस्टमर इसे चुनते हैं | ||
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बाइक इंश्योरेंस के लिए उपलब्ध कवर | कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस | थर्ड पार्टी टू व्हीलर इंश्योरेंस |
प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान - भूकंप, चक्रवात, बाढ़ आदि. | शामिल | शामिल नहीं |
आग, चोरी, विध्वंस जैसी घटनाओं के कारण नुकसान. | शामिल | शामिल नहीं |
₹ 15 लाख का पर्सनल एक्सीडेंट कवर (वैकल्पिक) | शामिल | शामिल |
ऐड-ऑन का विकल्प - ज़ीरो डेप्रिसिएशन और इमरजेंसी असिस्टेंस | शामिल | शामिल नहीं |
थर्ड पार्टी वाहन/प्रॉपर्टी को नुकसान | शामिल | शामिल |
थर्ड पार्टी व्यक्ति को चोट | शामिल | शामिल |
मान्य पॉलिसी होने पर कोई भारी जुर्माना नहीं लगाया जाएगा | शामिल | शामिल |
बाइक वैल्यू का कस्टमाइज़ेशन (IDV) | शामिल | शामिल नहीं |
एचडीएफसी एर्गो की तरफ से इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के मालिकों के लिए अच्छी खबर है! हम विशेष रूप से EVs के लिए बनाए गए नए ऐड-ऑन कवर शुरू कर रहे हैं. इन ऐड-ऑन में आपके बैटरी चार्जर और एक्सेसरीज़ के लिए सुरक्षा, आपके इलेक्ट्रिक मोटर के लिए कवरेज और बैटरी चार्जर के लिए यूनीक ज़ीरो डेप्रिसिएशन क्लेम शामिल हैं. इन कवर को जोड़कर, आप बाढ़ या आग जैसी अप्रत्याशित घटनाओं के कारण होने वाले बैटरी के संभावित नुकसान से अपनी EV को सुरक्षित कर सकते हैं. आपकी EV के मुख्य पार्टस के रूप में, अपनी बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर की सुरक्षा करना एक स्मार्ट उपाय है. इन तीन ऐड-ऑन को आपके कॉम्प्रिहेंसिव या स्टैंडअलोन ओन डैमेज कवर में आसानी से जोड़ा जा सकता है. बैटरी चार्जर एक्सेसरीज़ ऐड-ऑन आग और भूकंप या बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है. इलेक्ट्रिक मोटर कवर आपके EV के मोटर और इसके पार्ट्स को होने वाले किसी भी नुकसान के लिए कवरेज सुनिश्चित करता है. बैटरी चार्जर के लिए ज़ीरो डेप्रिसिएशन क्लेम के साथ, आपको डिटेचेबल बैटरी, चार्जर और एक्सेसरीज़ सहित बैटरी को बदलते समय होने वाले किसी भी डेप्रिसिएशन के लिए क्षतिपूर्ति दी जाएगी. अपने इलेक्ट्रिक वाहन को सुरक्षित करने का मौका न भूलें - इन ऐड-ऑन कवर का विकल्प चुनें और मन की शांति के साथ ड्राइव करें.
कानून का पालन करने और फाइनेंशियल सुरक्षा बनाए रखने के लिए बाइक इंश्योरेंस खरीदना आवश्यक है.
एचडीएफसी एर्गो टू व्हीलर इंश्योरेंस के साथ निम्नलिखित प्रकार के टू-व्हीलर्स को इंश्योर किया जा सकता है:
अपनी आवश्यकताओं और बजट के अनुसार सही बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी चुनने में आपकी मदद करने के लिए यहां कुछ उपयोगी सुझाव दिए गए हैं: -
1. अपना कवरेज जानें : बाइक इंश्योरेंस प्लान खोजने से पहले, अपनी आवश्यकता और बजट के आधार पर मूल्यांकन करना आवश्यक है. बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय, आप थर्ड पार्टी कवर और कॉम्प्रिहेंसिव कवर में से कोई विकल्प चुन सकते हैं. अपने टू व्हीलर के उपयोग के आधार पर, आपको वह बाइक इंश्योरेंस प्लान चुनना चाहिए जिसका कवरेज आपकी आवश्यकता के अनुसार हो.
2. इंश्योरेंस डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) को समझें : IDV आपकी बाइक की वर्तमान मार्केट वैल्यू होती है. IDV, बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय निर्धारित की जाने वाली अधिकतम सम इंश्योर्ड राशि होती है और इसी राशि का भुगतान इंश्योरर टू व्हीलर की चोरी या पूर्ण नुकसान के मामले में आपको करता है. इसलिए, IDV टू व्हीलर इंश्योरेंस के प्रीमियम को निर्धारित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है.
3. अपने बाइक इंश्योरेंस कवर को बढ़ाने के लिए ऐड-ऑन चुनें : अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी में जोड़े जाने वाले राइडर्स की तलाश करें. इससे कवरेज अधिक व्यापक हो जाएगा. लेकिन, याद रखें कि आपको बाइक इंश्योरेंस के राइडर्स के लिए अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करना होगा.
4. बाइक इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करें : बेहतर निर्णय लेने के लिए बाइक इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करना और उपलब्ध प्लान चेक करना बुद्धिमानी है. आप प्रदान किए गए कवरेज के आधार पर बाइक इंश्योरेंस प्लान की ऑनलाइन तुलना कर सकते हैं.
कॉम्प्रिहेंसिव कवर के लिए बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम की दर कुछ बाहरी कारकों पर निर्भर करती है, जैसे इंजन की क्षमता, वाहन की आयु, स्थान आदि. बाइक के इंजन की क्यूबिक क्षमता, बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम दरों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. दूसरी ओर, IRDAI थर्ड-पार्टी पॉलिसी की कीमत निर्धारित करता है, जो कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी की कीमत को भी प्रभावित करता है. नीचे दिया गया टेबल, 1 जून, 2022 से प्रभावी, भारत में थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम दरों को समझाता है.
इंजन क्षमता (CC में) | थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस की वार्षिक दरें | 5-वर्षों की थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस की दरें |
75 cc तक | रु 538 | रु 2901 |
75-150cc | रु 714 | रु 3851 |
150-350cc | रु 1366 | ₹ 7,365 |
350 CC से अधिक | रु 2804 | ₹ 15,117 |
इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डिपार्टमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ई-बाइक के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम की गणना करने के लिए इलेक्ट्रिक बाइक मोटर की किलोवाट क्षमता (kW) पर विचार करता है. यहां थर्ड पार्टी इलेक्ट्रिक बाइक इंश्योरेंस के प्रीमियम दिए गए हैं.
किलोवाट क्षमता (kW) के साथ इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर | 1-वर्ष की पॉलिसी के लिए प्रीमियम दर | लॉन्ग-टर्म पॉलिसी (5-वर्ष) के लिए प्रीमियम दर |
3 किलोवाट से अधिक नहीं | रु. 457 | ₹2,466 |
3 kW से 7 kW तक | रु. 607 | ₹3,273 |
7 kW से 16 kW तक | ₹1,161 | ₹6,260 |
16 किलोवाट से अधिक | ₹2,383 | ₹12,849 |
बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले, आपको इसके कवरेज के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए. इसके अलावा, आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपके द्वारा खरीदे जा रहे प्लान में कौन सी चीज़ें शामिल हैं और कौन सी चीज़ें शामिल नहीं हैं. यहां कुछ तरीके दिए गए हैं जिनकी सहायता से आप टू व्हीलर इंश्योरेंस प्लान की तुलना कर सकते हैं:
1. प्रीमियम का विवरण: हमेशा अपनी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम का पूरा विवरण मांगें. स्पष्ट विवरण होने से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आप किन चीज़ों के लिए भुगतान कर रहे हैं.
2. ओन डैमेज प्रीमियम: ओन डैमेज बाइक इंश्योरेंस आपको तब कवरेज प्रदान करता है जब आपकी बाइक चोरी हो जाती है या इंश्योरेंस में शामिल जोखिम के कारण उसे किसी अन्य प्रकार का नुकसान होता है. ओन डैमेज का प्रीमियम चेक करते समय, आपको यहां दी गई कुछ चीज़ों के बारे में पता होना चाहिए:
• IDV: IDV या इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू आपकी बाइक की मार्केट वैल्यू को दर्शाती है. IDV का बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम पर सीधा प्रभाव पड़ता है, इसलिए IDV जितनी कम होगी, बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम भी उतना ही कम होगा.
• NCB: बाइक इंश्योरेंस में NCB या नो क्लेम बोनस एक लाभ है, जो पॉलिसीधारक को तब प्रदान किया जाता है, जब वे किसी वर्ष में कोई क्लेम नहीं करते हैं. अगर किसी व्यक्ति के पास संचित NCB है, तो उसका बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम कम होगा. हालांकि, NCB का लाभ उठाने के लिए, आपको प्लान की समाप्ति से 90 दिनों के भीतर अपने बाइक इंश्योरेंस प्लान को रिन्यू करना होगा
3. थर्ड-पार्टी बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम: थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस थर्ड पार्टी लायबिलिटी के लिए कवरेज प्रदान करता है. आमतौर पर, थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस थर्ड पार्टी प्रॉपर्टी या व्यक्ति को होने वाले किसी भी नुकसान के लिए ₹1 लाख तक का फाइनेंशियल कवरेज प्रदान करता है. इसके अलावा, इंश्योर्ड व्यक्ति के वाहन से हुई दुर्घटना में शामिल दूसरे व्यक्ति की मृत्यु या विकलांगता के लिए असीमित कवरेज होता है. यह राशि न्यायालय द्वारा निर्धारित की जाती है.
4. पर्सनल एक्सीडेंट प्रीमियम: बाइक इंश्योरेंस में, पर्सनल एक्सीडेंट कवर का होना अनिवार्य है. इस प्रकार का कवर केवल पॉलिसीधारक के लिए होता है. इसलिए, अगर आपके पास कई वाहन हैं, तो भी आपको सिंगल पर्सनल एक्सीडेंट कवर की आवश्यकता होगी.
5. ऐड-ऑन प्रीमियम - अपना ऐड-ऑन कवर समझदारी से चुनें. अगर आप ऐसे ऐड-ऑन कवर खरीदते हैं, जो आपके टू व्हीलर के लिए आवश्यक नहीं हैं, तो आपका प्रीमियम अनावश्यक रूप से बढ़ जाएगा.
हाल के वर्षों में टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी की खरीद में काफी वृद्धि हुई है. इसकी वजह है सरकार द्वारा लाया गया नया कानून, जिसके तहत बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के बिना गाड़ी चला रहे व्यक्ति पर भारी दंड लगाया जा सकता है या उसे जेल हो सकती है. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम IRDAI (आईआरडीएआई) द्वारा निर्धारित किया जाता है जो आपकी बाइक के सीसी पर निर्भर करता है. बाइक के लिए अन्य इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम एक कंपनी से दूसरे कंपनी के लिए अलग-अलग हो सकता है, और यह राशि रजिस्ट्रेशन की तिथि, लोकेशन, IDV आदि जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है. हालांकि, अगर आप अपने टू व्हीलर इंश्योरेंस प्रीमियम पर बचत करना चाहते हैं, तो यहां बताया गया है कि आप यह बचत कैसे कर सकते हैं.
1.अपना ड्राइविंग रिकॉर्ड अच्छा बनाए रखें: सुनिश्चित करें कि आप सुरक्षित तरीके से बाइक चलाते हों और आपने कोई दुर्घटना न की हो. ऐसा करने पर आपको कोई क्लेम नहीं करना पड़ेगा, जिससे आप बाइक इंश्योरेंस के रिन्यूअल के दौरान नो क्लेम बोनस का लाभ उठा सकेंगे.
2. उच्च डिडक्टिबल का विकल्प चुनें: अगर आप क्लेम करते समय खुद से अधिक राशि का भुगतान करने का विकल्प चुनते हैं, तो आप बाइक इंश्योरेंस के रिन्यूअल के दौरान प्रीमियम पर बचत कर सकते हैं.
3. ऐड-ऑन का लाभ उठाएं: आप ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर, नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन, एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस आदि जैसे ऐड-ऑन चुनकर अपनी कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं.
4. सिक्योरिटी डिवाइस इंस्टॉल करें: एंटी-थेफ्ट अलार्म जैसे डिवाइस इंस्टॉल करें, जो बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम को कम करने में मदद कर सकते हैं.
5. टू व्हीलर इंश्योरेंस की ऑनलाइन तुलना करें यह भी पढ़ें : बाइक इंश्योरेंस पर बचत करने के 5 तरीके
आप किस बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनते हैं, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपको उसके लिए कितने प्रीमियम का भुगतान करना पड़ रहा है. आप बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर के साथ अपने प्रीमियम की गणना कर सकते हैं. प्रीमियम कैलकुलेटर एक आसान टूल है, जो आपको अपनी पसंद की टू व्हीलर पॉलिसी खरीदने के लिए भुगतान करने के लिए सटीक प्रीमियम की गणना करने में मदद करता है. यहां बताया गया है कि आप टू व्हीलर इंश्योरेंस कैलकुलेटर से अपने बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम की गणना कैसे कर सकते हैं:
1. अपने वाहन संबंधी जानकारी दर्ज करें, जैसे रजिस्ट्रेशन का साल, रजिस्ट्रेशन का शहर, मेक, मॉडल आदि.
2. कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी या थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी चुनें.
3. अगर आप कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का विकल्प चुनते हैं, तो ज़ीरो डेप्रिसिएशन, नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन, एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस आदि जैसे ऐड-ऑन का विकल्प चुनें.
4. बाइक इंश्योरेंस की कीमत पर क्लिक करें.
5. बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम कैलकुलेटर टू व्हीलर इंश्योरेंस के लिए सटीक प्रीमियम बताता है, जिससे आपको अपने बजट के अनुसार सबसे उपयुक्त पॉलिसी खरीदने में मदद मिलती है.
आप सुरक्षित पेमेंट गेटवे के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं और व्हॉट्सऐप या अपने रजिस्टर्ड ईमेल एड्रेस के माध्यम से बाइक के लिए तुरंत इंश्योरेंस पॉलिसी प्राप्त कर सकते हैं.
एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट से बाइक इंश्योरेंस को ऑनलाइन खरीदने के कई लाभ हैं. आइए कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी को ऑनलाइन खरीदने के कुछ लाभ देखें:
तुरंत कोटेशन पाएं - बाइक इंश्योरेंस कैलकुलेटर की मदद से, आपको अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम कोटेशन तुरंत मिल जाते हैं. अपनी बाइक का विवरण दर्ज करें, और आपको टैक्स के साथ और टैक्स के बिना दोनों प्रीमियम दिखा दिया जाएगा. आप अपनी कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ ऐड-ऑन का विकल्प भी चुन सकते हैं और तुरंत अपडेटेड प्रीमियम प्राप्त कर सकते हैं.
पॉलिसी का तुरंत जारी होना - अगर आप बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदते हैं, तो आप कुछ मिनटों के भीतर ही अपनी पॉलिसी प्राप्त कर सकते हैं. आपको बस एक ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा, बाइक का विवरण प्रदान करना होगा और प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करना होगा. इसके बाद पॉलिसी आपकी ईमेल ID पर भेज दी जाएगी.
न्यूनतम पेपरवर्क - बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने में बस कुछ ही डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है. पहली बार पॉलिसी खरीदते समय आपको अपनी बाइक के रजिस्ट्रेशन फॉर्म, विवरण और KYC डॉक्यूमेंट अपलोड करने होते हैं. इसके बाद, आप बिना किसी पेपरवर्क के अपने बाइक इंश्योरेंस को रिन्यू कर सकते हैं या अपने प्लान को पोर्ट कर सकते हैं.
भुगतान रिमाइंडर - बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी ऑनलाइन खरीदने के बाद, आपको अपने कवरेज को लगातार रिन्यू करते रहने के लिए हमारी ओर से नियमित बाइक इंश्योरेंस रिन्यूअल रिमाइंडर भेजे जाते हैं. इससे यह सुनिश्चित होता है कि आपको निर्बाध कवरेज मिलता रहे.
सुविधाजनक और पारदर्शी - एचडीएफसी एर्गो की बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने का प्रोसेस आसान और पारदर्शी है. बाइक इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदने के लिए आपको कुछ आसान चरणों का पालन करना होगा, और याद रखें कि आपसे कोई भी छिपा हुआ शुल्क नहीं लिया जाता है. आप जो देखेंगे, उसी का भुगतान करेंगे
अगर आपका टू-व्हीलर अच्छी स्थिति में है और आप सक्रिय रूप से उसका इस्तेमाल करते हैं, तो आपको बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने या रिन्यू करने की सलाह दी जाती है. आप अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू करते समय अपनी इंश्योरेंस कंपनी भी बदल सकते हैं. दो तरीके हैं, आप बाइक इंश्योरेंस को ऑनलाइन खरीद सकते हैं या रिन्यू कर सकते हैं.
चरण 1. एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस प्रोडक्ट पर क्लिक करें और अपने बाइक रजिस्ट्रेशन नंबर सहित सभी मांगे गए विवरण भरें और फिर 'कोटेशन प्राप्त करें' पर क्लिक करें.
चरण 2: कॉम्प्रिहेंसिव और थर्ड पार्टी लायबिलिटी कवर के बीच चुनें. अगर आप कॉम्प्रिहेंसिव प्लान का विकल्प चुनते हैं, तो आप अपनी इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू में भी बदलाव कर सकते हैं. आप एक वर्ष से लेकर तीन वर्ष तक के प्लान चुन सकते हैं.
चरण 3: आप यात्री और पेड ड्राइवर के लिए पर्सनल एक्सीडेंट कवर भी जोड़ सकते हैं. इसके अलावा, आप एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस कवर, ज़ीरो डेप्रिसिएशन आदि जैसे ऐड-ऑन चुनकर पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं
चरण 4: अपनी पिछली बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का विवरण प्रदान करें. जैसे- पिछली पॉलिसी का प्रकार (कॉम्प्रिहेंसिव या थर्ड पार्टी), पॉलिसी की समाप्ति तिथि, अगर आपने कोई क्लेम किया है, तो उसका विवरण आदि
चरण 5: अब आप अपना बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम देख सकते हैं
सुरक्षित पेमेंट गेटवे के माध्यम से प्रीमियम का भुगतान करें.
टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी आपको रजिस्टर्ड ईमेल एड्रेस या व्हॉट्सऐप के माध्यम से भेजी जाएगी.
अगर एचडीएफसी एर्गो पॉलिसी समाप्त हो गई है, तो आप बाइक इंश्योरेंस रिन्यूअल सेक्शन पर जा सकते हैं. हालांकि, अगर समाप्त होने वाली पॉलिसी एचडीएफसी एर्गो की नहीं है, तो कृपया बाइक इंश्योरेंस पेज पर जाएं
चरण1: एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस सेक्शन पर जाएं और 'पॉलिसी रिन्यू करें' का विकल्प चुनें.
चरण 2: अपनी उस एचडीएफसी एर्गो पॉलिसी से संबंधित विवरण दर्ज करें, जिसे आप रिन्यू करना चाहते हैं, मन हो तो ऐड-ऑन कवर जोड़ें अन्यथा छोड़ दें, और फिर बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करके रिन्यूअल पूरा करें.
चरण 3: रिन्यू की गई बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी रजिस्टर्ड ईमेल-ID या व्हॉट्सऐप पर मेल कर दी जाएगी.
टू-व्हीलर, भारत में परिवहन के पसंदीदा विकल्पों में से एक हैं, क्योंकि इनसे यात्रा करना आसान और किफायती होता है. जो लोग नई बाइक नहीं खरीद सकते हैं, उनके लिए सेकेंड-हैंड बाइक एक अच्छा विकल्प है. लेकिन सेकेंड हैंड बाइक या स्कूटर खरीदते समय सेकेंड हैंड बाइक का इंश्योरेंस लेना न भूलें. दुर्भाग्यवश, कई लोग अपनी बाइक का इंश्योरेंस नहीं लेते या बाइक इंश्योरेंस ट्रांसफर नहीं करवाते हैं. नियमित मोटर इंश्योरेंस की तरह ही, सेकेंड-हैंड टू व्हीलर इंश्योरेंस भी आपको अपना यूज़्ड वाहन चलाते समय थर्ड पार्टी या स्वयं को हुए नुकसान और क्षति से बचाता है. सेकेंड-हैंड बाइक इंश्योरेंस खरीदने से पहले, निम्नलिखित चीज़ें याद रखें:
• सुनिश्चित करें कि नया RC नए मालिक के नाम पर है
• इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) चेक करें
• अगर आपके पास मौजूदा बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी है, तो छूट पाने के लिए नो क्लेम बोनस (NCB) ट्रांसफर कराएं
• कई ऐड-ऑन कवर में से चुनें, जैसे - एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस, नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन, ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर आदि
हम आपको एक ऐसी कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी प्रदान करते हैं, जो आपकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करती है. इसके अलावा, यह इंश्योरेंस प्लान आपके टू व्हीलर से संबंधित अप्रत्याशित घटनाओं के मामले में, आपको फाइनेंशियल रूप से सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न लाभ प्रदान करता है.
चरण 1. एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस सेक्शन में जाएं, अपनी सेकेंड हैंड बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें, और 'कोटेशन प्राप्त करें' पर क्लिक करें.
चरण 2: अपनी सेकेंड हैंड बाइक का निर्माता और मॉडल दर्ज करें.
चरण 3: अपनी पिछली सेकेंड हैंड बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी का विवरण प्रदान करें.
चरण 4: थर्ड पार्टी बाइक इंश्योरेंस और कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस प्लान के बीच चुनें.
चरण 5: अब आप अपना बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम देख सकते हैं.
चरण1: एचडीएफसी एर्गो की वेबसाइट पर बाइक इंश्योरेंस प्रोडक्ट पर क्लिक करें और 'पॉलिसी रिन्यू करें' का विकल्प चुनें.
चरण 2: अपनी सेकेंड हैंड बाइक का विवरण दर्ज करें, आवश्यकता के अनुसार ऐड-ऑन कवर शामिल करें या रहने दें, और बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करके यह प्रोसेस पूरा करें.
चरण 3: रिन्यू की गई बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी रजिस्टर्ड ईमेल-ID पर मेल कर दी जाएगी.
अगर आपकी बाइक पुरानी है, तो भी आपको टू व्हीलर इंश्योरेंस खरीदना/रिन्यू करवाना होगा. यह न केवल 1988 के मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार अनिवार्य है, बल्कि अप्रत्याशित घटनाओं के कारण वाहन को होने वाले नुकसान के कारण आने वाले खर्च से भी सुरक्षित करता है. आइए, देखते हैं कि पुरानी बाइक के लिए टू व्हीलर इंश्योरेंस कैसे खरीदें/रिन्यू करवाएं
चरण 1: एचडीएफसी एर्गो वेबसाइट के होम पेज पर बाइक इंश्योरेंस आइकन पर क्लिक करें. अपनी बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर सहित सभी मांगे गए विवरण भरें और फिर "कोटेशन प्राप्त करें" के बटन पर क्लिक करें.
चरण 2: कॉम्प्रिहेंसिव, स्टैंडअलोन ओन डैमेज और थर्ड पार्टी लायबिलिटी कवर में से चुनें.
चरण 3: आप यात्री और पेड ड्राइवर के लिए पर्सनल एक्सीडेंट कवर भी जोड़ सकते हैं. इसके अलावा, अगर आप कॉम्प्रिहेंसिव या ओन डैमेज कवर चुनते हैं, तो आप एमरजेंसी रोडसाइड असिस्टेंस कवर, ज़ीरो डेप्रिसिएशन आदि जैसे ऐड-ऑन चुनकर पॉलिसी को कस्टमाइज़ कर सकते हैं
चरण 4: अब आप अपना बाइक इंश्योरेंस प्रीमियम देख पाएंगे
सुरक्षित पेमेंट गेटवे के माध्यम से प्रीमियम का भुगतान करें.
टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी आपको रजिस्टर्ड ईमेल एड्रेस या व्हॉट्सऐप के माध्यम से भेजी जाएगी.
एचडीएफसी एर्गो के माध्यम से टू व्हीलर इंश्योरेंस को ऑनलाइन रिन्यू करवाने के फायदे:
समाप्त हो चुके टू व्हीलर इंश्योरेंस को इसलिए रिन्यू करवाना चाहिए
लगातार कवरेज – अगर आप समाप्त हो चुके टू व्हीलर इंश्योरेंस को समय पर रिन्यू करवाते हैं, तो आपका वाहन बाढ़, चोरी, आग आदि जैसी अप्रत्याशित घटनाओं के कारण होने वाले नुकसान से कवर रहेगा.
नो क्लेम बोनस (NCB) लाभ खोने से बचें – अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को समय पर रिन्यू करवाकर,आप अपने NCB डिस्काउंट को बनाए रख सकते हैं और टू व्हीलर इंश्योरेंस को रिन्यू करवाते समय इसका लाभ उठा सकते हैं. अगर आप पॉलिसी को समाप्ति तिथि के 90 दिनों के भीतर रिन्यू नहीं करवाते हैं, तो आपका NCB डिस्काउंट समाप्त हो जाएगा और आप पॉलिसी रिन्यूअल के दौरान इसका लाभ नहीं उठा पाएंगे.
कानून का पालन – अगर आप समाप्त हो चुकी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ अपनी बाइक चलाते हैं, तो ट्रैफिक पुलिस आप पर ₹2000 तक का जुर्माना लगा सकती है. 1988 के मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, टू व्हीलर मालिकों के पास बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए कम से कम थर्ड पार्टी कवर होना अनिवार्य है.
इंश्योरेंस प्रदाता पॉलिसीधारक को ज़िम्मेदार ड्राइविंग के लिए प्रोत्साहन प्रदान करते हैं, जिसे नो क्लेम बोनस (NCB) कहा जाता है. यह बोनस बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को कम कर देता है. अगर इंश्योर्ड व्यक्ति द्वारा पिछली पॉलिसी वर्ष के दौरान कोई क्लेम नहीं किया जाता है, तो उसे NCB लाभ प्राप्त हो सकता है. अगर आप लगातार पांच वर्षों तक कोई क्लेम नहीं करते हैं, तो NCB डिस्काउंट 50% तक हो जाता है.
सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि NCB आपको तुलनात्मक रूप से काफी कम कीमत में समान स्तर का कवरेज प्राप्त करने में मदद करता है. इसके अलावा, अगर आप पॉलिसी को समाप्ति तिथि के 90 दिनों के भीतर रिन्यू नहीं करवाते हैं, तो NCB डिस्काउंट समाप्त हो जाता है.
बाइक के लिए NCB स्लैब
क्लेम फ्री वर्ष | NCB डिस्काउंट (%) |
1st वर्ष के बाद | 20% |
2nd वर्ष के बाद | 25% |
3rd वर्ष के बाद | 35% |
4th वर्ष के बाद | 45% |
5th वर्ष के बाद | 50% |
उदाहरण: श्री A अपनी टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू करवाते हैं. उनकी पॉलिसी का दूसरा वर्ष है और उन्होंने कोई क्लेम नहीं किया है. अब वे टू व्हीलर इंश्योरेंस रिन्यूअल पर 20% की छूट का लाभ उठा सकते हैं. इसके अलावा, अगर वे अपनी पॉलिसी को समाप्ति तिथि के 90 दिनों के बाद रिन्यू करवाते हैं, तो वे अपने NCB लाभों का उपयोग नहीं कर पाएंगे.
बाइक की इंश्योरेंस पॉलिसी में IDV या इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू, वह अधिकतम राशि है, जिसके लिए आपकी मोटरसाइकिल को इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कवर किया जा सकता है. अगर टू-व्हीलर खो जाता है या चोरी हो जाता है, और यह वापस नहीं मिलता है, तो इस स्थिति में आपको इंश्योरेंस की तरफ से इस राशि का भुगतान प्राप्त होता है. दूसरे शब्दों में, आपकी बाइक की इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू उसकी मौजूदा मार्केट वैल्यू होती है.
यूं तो बाइक की वास्तविक IDV की गणना IRDAI द्वारा प्रकाशित फॉर्मूला का उपयोग करके की जाती है, लेकिन आपके पास इस वैल्यू को 15% मार्जिन तक बदलने का विकल्प होता है.
अगर इंश्योरर और इंश्योर्ड व्यक्ति उच्च IDV पर पारस्परिक रूप से सहमत हैं, तो आपको कुल नुकसान या चोरी की स्थिति में क्षतिपूर्ति के रूप में एक बड़ी राशि मिलेगी. फिर भी, आपको सलाह दी जाती है कि मनमाने तरीके से IDV न बढ़ाएं क्योंकि इसके लिए आपको उच्च प्रीमियम का भुगतान करना होगा.
दूसरी ओर, आपको केवल प्रीमियम कम करने के लिए IDV को कम नहीं करना चाहिए. ऐसा करने पर, आपको चोरी या नुकसान के मामले में पर्याप्त क्षतिपूर्ति नहीं मिलेगी, और आपको नई बाइक लेने के लिए जेब से अधिक भुगतान करना होगा. साथ ही, सभी क्लेम IDV के अनुपात में ही सेटल किए जाएंगे.
IDV की गणना
बाइक इंश्योरेंस की IDV की गणना, उस समय के लिस्टेड सेलिंग प्राइस के अनुसार पर की जाती है, जो वाहन के पहली बार खरीदे जाने और तब से बीते हुए समय की गणना पर आधारित होती है. डेप्रिसिएट की जाने वाली राशि का निर्धारण IRDAI द्वारा किया जाता है. डेप्रिसिएशन का वर्तमान शिड्यूल नीचे दिया गया है:
वाहन कितना पुराना है | IDV निर्धारित करने के लिए डेप्रिसिएशन का % |
6 महीने से कम | 5% |
6 महीने से ज़्यादा लेकिन 1 वर्ष से कम | 15% |
1 वर्ष से अधिक पुरानी, लेकिन 2 वर्ष से कम | 20% |
2 वर्ष से ज़्यादा लेकिन 3 वर्ष से कम | 30% |
3 वर्ष से ज़्यादा लेकिन 4 वर्ष से कम | 40% |
3 वर्ष से ज़्यादा लेकिन 4 वर्ष से कम | 50% |
उदाहरण – श्री A ने अपने स्कूटर के लिए ₹80,000 की IDV निर्धारित की है, अगर उनकी बाइक को चोरी, आग या किसी अप्रत्याशित घटना के कारण नुकसान होता है, तो इंश्योरेंस प्रदाता श्री A को क्षतिपूर्ति की अधिकतम राशि का भुगतान करेगा, क्योंकि उन्होंने मार्केट सेलिंग प्राइस के अनुसार अपनी IDV सही बनाए रखा है. लेकिन, श्री A को उच्च प्रीमियम का भुगतान करना होगा. अगर श्री A अपनी स्कूटर की IDV राशि को कम कर देते हैं, तो उन्हें क्लेम सेटलमेंट के दौरान इंश्योरेंस प्रदाता से अधिक क्षतिपूर्ति प्राप्त नहीं होगी, लेकिन इस परिस्थिति में उसका प्रीमियम कम होगा.
डेप्रिसिएशन समय के साथ सामान्य टूट-फूट के कारण आपकी बाइक की कीमत में होने वाली कमी है.
सबसे लोकप्रिय 2 व्हीलर इंश्योरेंस ऐड-ऑन कवर में से एक है ज़ीरो डेप्रिसिएशन टू व्हीलर इंश्योरेंस, जिसे "शून्य डेप्रिसिएशन" भी कहा जाता है. कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस या स्टैंडअलोन ओन डैमेज टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ, ज़ीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवरेज उपलब्ध है.
आपकी बाइक के सभी पार्ट्स को 100% पर इंश्योर्ड किया जाता है, सिवाय टायर, ट्यूब और बैटरी को छोड़कर, जिन्हें 50% डेप्रिसिएशन पर इंश्योर्ड किया जाता है.
आपको बिना किसी कटौती के बाइक इंश्योरेंस क्लेम सेटलमेंट की पूरी राशि पाने के लिए अपने बेसिक बाइक इंश्योरेंस प्लान में ज़ीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवर अवश्य शामिल करना चाहिए.
ज़ीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवरेज का विकल्प किसे चुनना चाहिए?
• नए मोटरबाइक चालक
• टू व्हीलर्स के नए मालिक
• दुर्घटना की संभावना वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोग
• जो लोग महंगे इक्विपमेंट वाले लग्जरी टू व्हीलर के मालिक हैं
हमारे 4 चरणों के प्रोसेस और क्लेम सेटलमेंट के शानदार रिकॉर्ड के कारण आप अब क्लेम से संबंधित चिंताओं को भूलकर आसानी से अपनी बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी पर क्लेम कर सकते हैं!
निम्नलिखित स्थितियों में टू व्हीलर इंश्योरेंस का क्लेम करने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट की लिस्ट इस प्रकार है:
• टू व्हीलर इंश्योरेंस का प्रमाण
• सत्यापन के लिए बाइक की RC और ओरिजिनल टैक्स रसीदों की कॉपी
• थर्ड पार्टी की मृत्यु, क्षति और शारीरिक चोटों के मामले में पुलिस FIR की रिपोर्ट
• आपके ओरिजिनल ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी
• मरम्मत का अनुमान.
• मरम्मत के बिलों की रसीदें
• टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के ओरिजिनल डॉक्यूमेंट
• संबंधित रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस से थेफ्ट एंडोर्समेंट
• ओरिजिनल RC की टैक्स भुगतान रसीद
• सर्विस बुकलेट/बाइक की चाबी और वारंटी कार्ड
• पिछले टू व्हीलर इंश्योरेंस के विवरण, जैसे- टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी का नंबर, इंश्योरेंस कंपनी के विवरण और पॉलिसी अवधि की जानकारी
• पुलिस FIR/ JMFC रिपोर्ट/ अंतिम जांच रिपोर्ट
• चोरी के बारे में संबंधित RTO को संबोधित करके लिखे गए लेटर की एक अप्रूव्ड कॉपी, जिसमें बाइक को "नॉन-यूज़" घोषित किया गया हो
• बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के ओरिजिनल डॉक्यूमेंट
• बाइक के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की सॉफ्ट कॉपी
• राइडर के ड्राइविंग लाइसेंस की सॉफ्ट कॉपी
• फोटो या वीडियो के माध्यम से घटना के प्रमाण दें
• FIR (अगर आवश्यक हो)
• फायर ब्रिगेड की रिपोर्ट (अगर हो तो)
ब्रोशर | क्लेम फॉर्म | पॉलिसी नियमावली |
ब्रोशर में इंश्योरेंस पॉलिसी की प्रमुख विशेषताओं, कवरेज और कटौतियों के बारे में जानकारी प्राप्त करें. टू व्हीलर इंश्योरेंस ब्रोशर आपको हमारी पॉलिसी के बारे में गहराई से जानने में मदद करेगा. . | टू व्हीलर इंश्योरेंस क्लेम फॉर्म लेकर अपनी क्लेम प्रोसेस को आसान बनाएं. | टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत नुकसान कवरेज प्राप्त करने की स्थितियों और शर्तों के बारे में जानना ज़रूरी है. कृपया नियम व शर्तों को जानने के लिए टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी की शब्दावली देखें. |
आप वाहन की वर्तमान मार्केट वैल्यू से डेप्रिसिएशन को घटाकर अपनी बाइक की IDV की गणना कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन की लागत, रोड टैक्स और इंश्योरेंस की लागत IDV में शामिल नहीं होती हैं. इसके अलावा, अगर कोई एक्सेसरीज़ बाद में फिट की गई हैं, तो उनके IDV की गणना अलग से की जाएगी.
बाइक की आयु | डेप्रिसिएशन % |
6 महीने और उससे कम | 5% |
6 महीने से 1 साल | 15% |
1-2 वर्ष | 20% |
2-3 वर्ष | 30% |
3-4 वर्ष | 40% |
4-5 वर्ष | 50% |
5+ वर्ष | इंश्योरर और पॉलिसीधारक द्वारा तय किया गया IDV |
इसलिए, अगर आप टू व्हीलर इंश्योरेंस को रिन्यू करना चाहते हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि इंश्योरर को सही IDV बताएं, क्योंकि आपकी क्लेम राशि इस पर निर्भर करती है. दुर्भाग्यवश, अगर दुर्घटना के दौरान आपका वाहन चोरी हो जाता है या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो आपका इंश्योरर आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी IDV पर उल्लिखित पूरी राशि आपको रिफंड करेगा.
डेप्रिसिएशन का अर्थ होता है, उपयोग के वर्षों में आपके वाहन और इसके पार्ट्स के मूल्य में कमी. क्लेम करते समय, आपको अपनी जेब से बड़ी राशि का भुगतान करना पड़ सकता है, क्योंकि इंश्योरेंस कंपनी क्षतिग्रस्त पार्ट्स पर लगाए गए डेप्रिशिएशन राशि की कटौती करती है. लेकिन बाइक के लिए कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस के तहत ऐड-ऑन के रूप में ज़ीरो डेप्रिसिएशन कवर का विकल्प चुनने से आपको जेब से पैसे खर्च नहीं करने पड़ते हैं. यह इसलिए है क्योंकि इंश्योरेंस कंपनी इस कवर के तहत क्षतिग्रस्त पार्ट्स पर लगाए गए डेप्रिसिएशन राशि को वहन करेगी.
NCB क्लेम-मुक्त पॉलिसी अवधि के लिए इंश्योरर द्वारा प्रीमियम पर दी गई छूट है. नो क्लेम बोनस के तहत 20-50% तक की छूट मिल सकती है और यह ऐसी छूट होती है, जो पिछले पॉलिसी वर्ष के दौरान कोई क्लेम नहीं करने के बाद आपको पॉलिसी की अवधि के अंत में प्राप्त होती है.
अपनी पहली कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने पर ही आपको नो-क्लेम बोनस नहीं मिलेगा; बल्कि आप इसे केवल बाइक इंश्योरेंस रिन्यूअल पर ही प्राप्त कर सकते हैं. अगर आप नई बाइक खरीदते हैं, तो आपको एक नई बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी जारी की जाएगी, लेकिन आप अभी भी पुरानी बाइक या पॉलिसी पर जमा NCB का लाभ उठा सकते हैं. अगर आप पॉलिसी की समाप्ति की वास्तविक तिथि से 90 दिनों के भीतर अपने स्कूटर इंश्योरेंस या बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी को रिन्यू नहीं करते हैं, तो इस मामले में, आपको NCB के लाभ प्राप्त नहीं होंगे.
आपको कॉम्प्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी के पहले रिन्यूअल के बाद ही NCB प्राप्त होता है. ध्यान दें कि NCB विशेष रूप से आपके प्रीमियम के नुकसान के भाग पर लागू होता है, जो बाइक के IDV के आधार पर गणना किया गया प्रीमियम है, जिसकी गणना बाइक के टूट-फूट की लागत को घटाकर की जाती है. थर्ड पार्टी कवर प्रीमियम पर बोनस लागू नहीं होता है. आप पहले क्लेम-फ्री वर्ष के बाद अपने प्रीमियम पर 20% की छूट प्राप्त कर करते हैं. प्रत्येक वर्ष पॉलिसी रिन्यूअल के समय छूट 5-10% तक बढ़ जाता है (जैसा कि नीचे टेबल में दिखाया गया है). पांच वर्षों के बाद, आपकी छूट नहीं बढ़ेगी, भले ही आपने एक वर्ष में कोई क्लेम नहीं किया हो.
क्लेम फ्री वर्ष | नो क्लेम बोनस |
1 साल के बाद | 20% |
2 सालों के बाद | 25% |
3 सालों के बाद | 35% |
4 सालों के बाद | 45% |
5 सालों के बाद | 50% |
आप कॉम्प्रिहेंसिव बाइक इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत इस कवर का लाभ उठा सकते हैं. इस ऐड-ऑन कवर के साथ, एचडीएफसी एर्गो आपको एमरजेंसी ब्रेकडाउन समस्याओं से निपटने के लिए चौबीसों घंटे सहायता प्रदान करता है. एमरजेंसी असिस्टेंस कवर में ऑन-साइट मामूली रिपेयर, खोए हुए चाबी की सहायता, डुप्लीकेट चाबी से जुड़ी समस्याएं, टायर में बदलाव, बैटरी जंप स्टार्ट, फ्यूल टैंक का खाली होना और टोइंग शुल्क शामिल हैं. उदाहरण के लिए, अगर कोई दुर्घटना हो जाती है और अपनी बाइक/स्कूटर को नुकसान पहुंचता है, तो इसे गैरेज में ले जाना होगा. इस ऐड-ऑन कवर के साथ, आप इंश्योरर को कॉल कर सकते हैं, और वे आपके वाहन को आपके द्वारा घोषित रजिस्टर्ड एड्रेस से 100 किमी तक के नज़दीकी गैरेज में ले जाएंगे.
ड्राइविंग लाइसेंस (DL) एक कानूनी डॉक्यूमेंट है, जो किसी व्यक्ति को सड़क पर वाहन चलाने के लिए अधिकृत करता है. सार्वजनिक सड़कों पर कानूनी रूप से वाहन चलाने के लिए, भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है. लर्नर लाइसेंस सीखने के लिए जारी किया जाता है. लर्नर लाइसेंस जारी होने के एक महीने बाद, व्यक्ति को RTO प्राधिकरण के सामने टेस्ट के लिए जाना होता है, जहां उचित टेस्ट के बाद, यह बताया जाता है कि आपने टेस्ट पास की है या नहीं. टेस्ट पास करने पर, व्यक्ति को स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त होता है. मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, लाइसेंस के बिना वाहन चलाने वाला व्यक्ति इंश्योरेंस का क्लेम नहीं कर सकता है. अगर आपके साथ दुर्घटना हुई हो और आपके पास DL नहीं है, तो आप थर्ड पार्टी क्लेम के लिए पात्र नहीं हैं. ऐसे किसी भी इंश्योरेंस क्लेम को इंश्योरेंस कंपनी द्वारा अस्वीकार कर दिया जाएगा और आप थर्ड पार्टी को होने वाले नुकसान के लिए राशि का भुगतान करने के लिए स्वयं उत्तरदायी होंगे.
रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) भारत सरकार का एक ऐसा विभाग है, जो भारत के विभिन्न राज्यों के लिए ड्राइवर और वाहनों के डेटाबेस को मेंटेन करने का काम करता है. इसके अलावा, RTO ड्राइविंग लाइसेंस जारी करता है, वाहनों से एक्साइज़ ड्यूटी का कलेक्शन करता है और पर्सनलाइज़्ड रजिस्ट्रेशन बेचता है. इसके साथ-साथ, RTO वाहनों के इंश्योरेंस की जांच करता है और पोल्यूशन टेस्ट भी पास करता है.